रैगिंग: सहपाठी के बाल काटे, आग से दागा

मालदा: सिर के बाल काटकर और शरीर को आग से दागकर नौवीं के एक छात्र की रैगिंग का मामले सामने आया है. रैगिंग का आरोप उसके ही चार सहपाठियों पर लगा है. शनिवार दोपहर को इस घटना को लेकर मालदा शहर के 11 नंबर वार्ड स्थित गंगाबाग इलाके के ललितमोहन श्याममोहनी हाईस्कूल में जबरदस्त आक्रोश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2016 2:00 AM
मालदा: सिर के बाल काटकर और शरीर को आग से दागकर नौवीं के एक छात्र की रैगिंग का मामले सामने आया है. रैगिंग का आरोप उसके ही चार सहपाठियों पर लगा है. शनिवार दोपहर को इस घटना को लेकर मालदा शहर के 11 नंबर वार्ड स्थित गंगाबाग इलाके के ललितमोहन श्याममोहनी हाईस्कूल में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला. शहर के विभिन्न स्कूलों के बीच ललितमोहन हाईस्कूल की अपनी खास पहचान है.

अच्छी पढ़ाई के लिए जाने जानेवाले इस स्कूल में इस तरह की निर्मम रैगिंग की घटना से हंगामा खड़ा हो गया है. स्कूल परिसर में विक्षोभ प्रदर्शन कर रहे पीड़ित छात्र के अभिभावकों और रिश्तेदारों को काबू में करने के लिए इंगलिशबाजार थाने की पुलिस को आना पड़ा. बाद में पुलिस और स्कूल प्रबंधन द्वारा आरोपी छात्रों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद विक्षोभ प्रदर्शन खत्म हुआ.

पुलिस ने बताया कि हमले के शिकार छात्र का नाम वसीम शेख (15) है. शहर के बखाटोली इलाके में उसका घर है. उसके परिवार का आरोप है कि स्कूल के चार छात्र बीते डेढ़ सालों से वसीम की रैगिंग करते आ रहे हैं. बीते गुरुवार को चार सहपाठियों ने उसके सिर के बाल काट दिये. उस दिन घर लौटने के बाद वसीम ने खुद को कमरे में बंद कर लिया. जब अभिभावकों को पूरी बात का पता चला तो उनका आक्रोश फूट पड़ा.
वसीम के पिता मुर्शिद शेख ने बताया कि बीते गुरुवार को स्कूल से आने के बाद उनके बेटे ने खुद को कमरे में बंद कर लिया. शाम हो जाने के बाद भी जब वह अपने कमरे से नहीं निकला, तो हमने उससे दरवाजा खोलने को कहा. हमारे कहने पर जब उसने दरवाजा खोला, तो हमने देखा कि उसके सिर के एक तरफ के बाट कटे हुए हैं. इस बारे में जब हमने उससे पूछताछ की, तो पहले वह कुछ बोलना नहीं चाह रहा था. लेकिन बार-बार पूछने पर वह फफक कर रो पड़ा. वसीम ने बताया कि उसकी क्लास के चार लड़कों ने कक्षा में ही कैंची से उसके बाल काट दिये. इसके अलावा दियासलाई जलाकर उसे दागा भी गया.
वसीम के पिता ने यह भी आरोप लगाया कि चारों लड़के कक्षा में थूककर उसके बेटे से साफ कराते हैं. उसका टिफिन भी निकाल लिया जाता है. शुक्रवार को बंद के कारण स्कूल नहीं था. शनिवार को जब स्कूल खुला, तो हम लोगों ने स्कूल जाकर स्कूल प्रबंधन को पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आखिर इतने दिनों तक उनके बेटे के उत्पीड़न की बात स्कूल प्रबंधन को क्यों पता नहीं चली. हमारी मांग है कि चारों छात्रों के खिलाफ नजीर कायम करने लायक सजा हो और उन्हें स्कूल से टीसी दी जाये. अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम लोग स्कूल का घेराव कर आंदोलन शुरू करेंगे.
इधर ललितमोहन हाईस्कूल के प्रधान शिक्षक सुब्रत मजूमदार ने बताया कि उन्हें रैगिंग की घटना की कोई जानकारी नहीं थी. शनिवार को ही उन्हें इस बारे में जानकारी मिली है. चारों आरोपियों को स्कूल से बाहर करने के लिए हम जल्द ही चर्चा बैठक करेंगे. चारों आरोपी छात्रों को बुलवाया गया था, लेकिन आज उनमें से कोई नहीं आया था.
इस घटना की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी कुणाल कांति दास ने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने आरोपी छात्रों के खिलाफ सभी जरूरी कदम उठाने की बात कही है. साथ ही पुलिस भी इस मामले की छानबीन कर रही है.

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