बंगाल की खाड़ी में चक्रवात: 72 घंटे तक होगी भारी बारिश!
कोलकाता: बंगाल की खाड़ी में बने एक चक्रवात के कारण महानगर समेत पूरे दक्षिण बंगाल में भारी बारिश आरंभ हो गयी है. अलीपुर मौसम विभाग का कहना है कि यह चक्रवात रविवार को निम्न दबाव के रूप में परिवर्तित हो सकता है. उस स्थिति में आैर भारी बारिश होने की मौसम वैज्ञानिकों ने आशंका जतायी […]
कोलकाता: बंगाल की खाड़ी में बने एक चक्रवात के कारण महानगर समेत पूरे दक्षिण बंगाल में भारी बारिश आरंभ हो गयी है. अलीपुर मौसम विभाग का कहना है कि यह चक्रवात रविवार को निम्न दबाव के रूप में परिवर्तित हो सकता है. उस स्थिति में आैर भारी बारिश होने की मौसम वैज्ञानिकों ने आशंका जतायी है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 72 घंटे तक महानगर समेत दक्षिण बंगाल में भारी बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
मौसम विभाग ने राज्य के गांगेय इलाकों में 70-100 मिलीमीटर बारिश होने का अनुमान लगाया है. दक्षिण बंगाल के साथ ही उत्तर बंगाल में भी भारी बारिश हो रही है. शनिवार सवेरे से ही आकाश में काले बादल छाये हुए थे. दोपहर होते ही तेज बारिश शुरू हो गयी. घंटों हुई भारी बारिश के कारण महानगर के कई इलाकों में बारिश का पानी जम गया था. ऐसा लग रहा था कि जैसे पूरा शहर जलमग्न हो गया है. मूसलधार बारिश व जलजमाव का सीधा प्रभाव ट्रैफिक व्यवस्था पर पड़ा. देखते ही देखते ही महानगर की ट्रैफिक व्यवस्था जैसे ठप्प पड़ गयी. गाड़ियां चलने के बजाय रेंग रही थीं. उत्तर कोलकाता के विवेकानंद रोड पर बारिश के दौरान दो पेड़ एक गाड़ी पर गिर गये. इस हादसे में कई लोग घायल हुए, जबकि गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी. रास्तों पर जमे पानी को तेजी से निकालने के लिए कोलकाता नगर निगम ने अपने सभी पंपिंग स्टेशन के पंपों को चालू कर दिया था. मेयर शोभन चटर्जी स्वयं रास्ते पर उतर गये थे, पर उसके बावजूद जमे हुए पानी को निकलने में काफी समय लग गया. जिससे शहर वासियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी.
दूसरी आेर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी को बारिश की परिस्थिति पर लगातार नजर रखने का निर्देश दिया है. वेटिकन सिटी में मौजूद रहने के बावजूद मुख्यमंत्री लगातार स्थिति की जानकारी ले रही हैं. भारी बारिश होने की आशंका को देखते हुए दीघा-शंकरपुर जैसे तटीय इलाकों में सतर्कता जारी कर दी गयी है. मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने का निर्देश दिया गया है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही महानगर को बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवात से छुटकारा मिला है. जिसके फलस्वरूप म्यांमार और बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव तैयार हुआ था, जिससे महानगर समेत राज्य के कई जिलों में लगातार कई दिनों तक बारिश हुई थी.