भक्त के सामने झुकते हैं भगवान : आसोपा

कोलकाता: भक्त के सामने भगवान भी झुकते हैं, लेकिन इसके लिए सच्च भक्त होना चाहिए. श्री बालाजी गुरु परिवार, कोलकाता की ओर से आयोजित नानी बाई रो मायरो कथा में नमिता आसोपा ने शनिवार को कहा कि नरसी जैसा भक्त बनना असंभव है. नरसी जी जुनागढ़ जिस गाड़ी से जा रहे थे वह रास्ते में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2014 8:19 AM

कोलकाता: भक्त के सामने भगवान भी झुकते हैं, लेकिन इसके लिए सच्च भक्त होना चाहिए. श्री बालाजी गुरु परिवार, कोलकाता की ओर से आयोजित नानी बाई रो मायरो कथा में नमिता आसोपा ने शनिवार को कहा कि नरसी जैसा भक्त बनना असंभव है.

नरसी जी जुनागढ़ जिस गाड़ी से जा रहे थे वह रास्ते में खराब हो गया. इलाका सुनसान था. वहां मिस्त्री उपलब्ध नहीं था. नरसी जी भगवान को पुकारने लगे. भक्त को दुखी देख सांवरिया बढ़ई के वेश में पहुंचे और गाड़ी को ठीक कर दिया. इसके बाद नरसी जी जुनागढ़ के लिए रवाना हो गये.

नरसी जी में भगवान के प्रति इतना भक्ति था कि सांवरिया को खुद आना पड़ा. नमिता जी ने कहा कि जिसके दिल में भक्ति रहती है उनके लिए सभी कार्य सहज हो जाते हैं. भक्ति दिखावा के लिए नहीं मन में धारण करने की होनी चाहिए. नरसी जी बाल्य काल से ही धार्मिक थे. रास्ते में उन्हें जो कोई गरीब मिलता उसका सहयोग करते थे.

इस संसार में सब कोई खाली हाथ आता है और खाली हाथ जाता है. सिर्फ कर्म ही बच जाता है. इसीलिए मानव समुदाय को नरसी के दिनचर्या को अपनाना चाहिए. भगवान के असंख्य भक्त हैं, लेकिन सभी पर वे कृपा नहीं करते. चुने हुए या सत्य निष्ठ भक्त पर ही भगवान कृपा करते हैं. जैसा भक्त चाहते हैं वैसे ही रूप में भगवान पधारते हैं. गुरुजी कमल किशोर आसोपा का मानव सराफ ने स्वागत किया. आयोजन की सफलता में सुनील पटवारी, मंटू अग्रवाल, पवन मुरारका, मानिक अग्रवाल, विकास मुरारका आदि सक्रिय हैं.

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