अवैध हथियार बनाने का हब द. 24 परगना
कोलकाता : दक्षिण 24 परगना के मटियाबुर्ज, गार्डेनरीच, महेशतला, बारूईपुर, मथुरापुर व बासंती जैसे अनगिनत इलाके हैं, जहां अवैध रूप से हथियार बनाने और अंतरराज्यीय हथियार तस्करों का गिरोह संगठित रूप से काम कर रहा है. इन स्थानों पर काफी कम कीमत में नाइन एमएम पिस्टल से लेकर हर तरह के देशी असलहा बनाने के […]
कोलकाता : दक्षिण 24 परगना के मटियाबुर्ज, गार्डेनरीच, महेशतला, बारूईपुर, मथुरापुर व बासंती जैसे अनगिनत इलाके हैं, जहां अवैध रूप से हथियार बनाने और अंतरराज्यीय हथियार तस्करों का गिरोह संगठित रूप से काम कर रहा है. इन स्थानों पर काफी कम कीमत में नाइन एमएम पिस्टल से लेकर हर तरह के देशी असलहा बनाने के कारखाने सक्रिय हैं. खासकर चुनाव के समय इन लोगों का कारोबार ज्यादा चलता है. महेशतला के रवींद्रनगर इलाके में मंगलवार को स्पेशल टास्क फोर्स ने गुप्त सूचना के आधार पर सैकड़ों अवैध हथियार बरामद किया.
इससे पहले 8 जनवरी को बारूईपुर में दक्षिण 24 परगना की पुलिस ने हथियार बनाने की फैक्टरी का भंडाभोड़ किया था. इस मामले में आफताब आलम को गिरफ्तार किया गया था. उसके घर से पुलिस ने एक लेथ फैक्टरी के साथ 18 पिस्टल, 250 सेमी की कारबाइन मैगजीन समेत 100 कारतूस भी बरामद किया था. इससे पहले वर्ष 2015 में 24 मई को पुलिस अधीक्षक प्रवीण त्रिपाठी के नेतृत्व में भांगड़ पुलिस ने एक अंतरराज्यीय हथियार तस्कर गिरोह का परदाफाश किया था. सुरजीत नस्कर व उत्तम मंडल को हथियारों की डिलीवरी करते हुए पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा था. सोनारपुर से लेकर सुदूर सुंदरवन तक इन तस्करों के जाल बिछे हैं.
15 फरवरी 2013 को मटियाबुर्ज इलाके में कोलकाता पुलिस के सब इंस्पेक्टर तापस चौधरी की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी, जिसमें देशी हथियार का इस्तेमाल हुआ था. पुलिस की सक्रियता के बावजूद धड़ल्ले से इन इलाकों में अवैध हथियार का धंधा जारी है. इन इलाकों में 9एमएम पिस्टल का रेट 6000-10000, सिंगल शटर का 1000-3000, 35 एमएम बुलेट का रेट 150-200 रुपये है.