लुभाने को तैयार है उत्तर बंगाल के नये पर्यटन स्थल

कोलकाता : बंगाल के लोग पर्यटन प्रेमी हैं. भारत के हर मशहूर पर्यटन स्थल में बंगाल के सैलानी जरूर मिलेंगे. पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर बंगाल एक अपना मकाम है. दार्जिलिंग व डुआर्स जैसे उत्तर बंगाल के विश्व प्रसिद्ध पर्यटल स्थलों में प्रत्येक साल लाखों सैलानी आते हैं. दुर्गापूजा की लंबी छुट्टियों के अवसर पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2016 7:41 AM
कोलकाता : बंगाल के लोग पर्यटन प्रेमी हैं. भारत के हर मशहूर पर्यटन स्थल में बंगाल के सैलानी जरूर मिलेंगे. पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर बंगाल एक अपना मकाम है. दार्जिलिंग व डुआर्स जैसे उत्तर बंगाल के विश्व प्रसिद्ध पर्यटल स्थलों में प्रत्येक साल लाखों सैलानी आते हैं.
दुर्गापूजा की लंबी छुट्टियों के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग सैर के लिए निकलते हैं. देश-विदेश के अधिक से पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस बार उत्तर बंगाल में 19 नये पर्यटन स्थल तैयार हो रहे हैं, जिनके विकास के लिए पर्यटन विभाग 25 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है. इनमें कुछ पुराने पर्यटन स्थल हैं, जिन्हें नये सिरे से विकसित किया जा रहा है.
वहीं, कुछ नये पर्यटन स्थल वजूद में हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया गया है. इनमें रत्नेश्वर झील, सिकिया झोड़ा, बाकला, पश्चिम डामडिम, चामूर्ति, चालसा, मेटेली, साकतिया, खुशिया उद्यान, लाटागुड़ी दीघी, मधुबनी पार्क, मंगलबाड़ी, रामशाई, माउरा वैली, मूर्ति, जल्पेश मंदिर, तिलाबाड़ी, बाटाबाड़ी, जटिलेश्वर मंदिर जैसे नये व पुराने पर्यटन स्थल शामिल हैं. दुर्गा पूजा की छुट्टियों में ये पर्यटन केंद्र सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं. इसी महीने विश्वकर्मा पूजा के बाद इनमें से अधिकतर पर्यटन केंद्रों का उदघाटन हो जायेगा. बाकी का काम अक्तूबर में समाप्त होगा. मेगा टूरिज्म हब की चार परियोजनाआें को दुर्गा पूजा से पहले खोल दिया जायेगा.

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