फरजी पुलिस बन कर गाड़ी से चुराता था एसी

कोलकाता: वाटगंज इलाके में खड़ी एक कार से एसी मशीन चुराने का आरोपी एक फरजी पुलिस वाला निकला. गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ में यह खुलासा हुआ है. गिरफ्तार आरोपी का नाम कार्तिक मंडल (48) है. वह बड़तल्ला इलाके के मसजिद बाड़ी स्ट्रीट का रहने वाला है. हाल ही में वाटगंज इलाके में खड़ी एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2014 9:00 AM

कोलकाता: वाटगंज इलाके में खड़ी एक कार से एसी मशीन चुराने का आरोपी एक फरजी पुलिस वाला निकला. गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ में यह खुलासा हुआ है. गिरफ्तार आरोपी का नाम कार्तिक मंडल (48) है.

वह बड़तल्ला इलाके के मसजिद बाड़ी स्ट्रीट का रहने वाला है. हाल ही में वाटगंज इलाके में खड़ी एक गाड़ी से एसी मशीन चुराने के आरोप में वाटगंज थाने की पुलिस ने ऑर्फनगंज मार्केट के पास से सोमवार को उसे गिरफ्तार किया. अधिकारियों के मुताबिक पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसे मंगलवार को अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया. जहां सुनवाई के बाद उसे छह फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

कैसे हुआ फरजी पुलिस वाला होने का खुलासा : पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उसकी गिरफ्तारी के बाद जांच में पुलिस को पता चला कि पोर्ट इलाके में गाड़ियों से सामान चुराने के अलावा आरोपी कार्तिक मंडल वहां के फैंसी मार्केट, ऑर्फनगंज मार्केट फाइव स्टार मार्केट जैसे बड़े मार्केट के सामने खड़ा रहता था. बड़ी खरीदारी कर मार्केट के बाहर निकलने वाले ग्राहकों को वह रोकता था. खुद को कोलकाता पुलिस का अधिकारी बता कर वह ग्राहकों से खरीदे हुए सामान की रसीद दिखाने को कहता था. इसके बाद रसीद में हेरफेर की बात कह कर ग्राहकों से वह मोटी रकम वसूल कर वहां से फरार हो जाता था. असली पुलिस अधिकारी होने की बात मान कर कार्तिक को रुपये देकर ग्राहक मुसीबत से छुटकारा पा जाते थे. कार्तिक के असली पुलिस वाला होने के संदेह के कारण ही उसके खिलाफ किसी भी ग्राहक ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज नहीं करायी. लेकिन गाड़ियों से एसी मसीन चोरी होने के मामले से जुड़ा होने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ.

फरजी पुलिस के आरोप में दो वर्ष पहले भी हो चुका है गिरफ्तार : पूछताछ में कार्तिक ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि इसके पहले वह बड़तल्ला इलाके में फरजी पुलिस अधिकारी बन कर लोगों से रुपये वसूली करता था. इसका पोल खुलने के बाद दो वर्ष पहले बड़तल्ला थाने की पुलिस उसे गिरफ्तार कर चुकी है. वहां से सजा काट कर वह फिर से जगह बदल कर अब पोर्ट इलाके में फरजी पुलिस वाला बन कर रुपये वसूल रहा था. इसी बीच एक दिन एक खाली गाड़ी में एसी पड़ा देख उसने उस पर भी हाथ साफ कर लिया.

Next Article

Exit mobile version