देश को निवेश एक्सचेंज बनाना चाहता है बीएसइ

कोलकाता. देश की प्रमुख शेयर बाजार कंपनी बीएसइ लिमिटेड का कहना है कि वह देश को सट्टेबाजी एक्सचेंज नहीं बल्कि निवेश एक्सचेंज बनाना चाहता है. ताकि देश में निवेश के अवसर बढ़ाये जा सके. इसके लिए केंद्र सरकार को नीतिगत ढांचा में सुधार करना चाहिए, ताकि निवेश पूंजी का संवर्द्धन किया जा सके. यहां एमसीसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2016 3:02 AM
कोलकाता. देश की प्रमुख शेयर बाजार कंपनी बीएसइ लिमिटेड का कहना है कि वह देश को सट्टेबाजी एक्सचेंज नहीं बल्कि निवेश एक्सचेंज बनाना चाहता है. ताकि देश में निवेश के अवसर बढ़ाये जा सके. इसके लिए केंद्र सरकार को नीतिगत ढांचा में सुधार करना चाहिए, ताकि निवेश पूंजी का संवर्द्धन किया जा सके. यहां एमसीसी चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्टरी के सदस्यों को संबोधित करते हुए बीएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार चौहान ने कहा कि हम देश का निवेश एक्सचेंज बनना चाहते हैं.

केंद्र सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. इसके लिए ढांचा बनाना होगा, ताकि देश के लिए एक्सचेंज के माध्यम से पूंजी निर्माण किया जा सके. अगर ऐसा होता है तो देश में निवेश की संभावनाएं और बढ़ेंगी. उन्होंने कहा कि सिक्यूरीटिज ट्राजेंक्शन टैक्स (एसटीटी) हटाने से स्टॉक मार्केट में निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा. भारत में कारपोरेट बॉन्ड का भविष्य है.

बैंकिग व्यवस्था की तरह सरकार को इसके लिए भी योजना तैयार करनी होगी क्योंकि भारत में स्टॉक मार्केट में निवेश के लायक विश्वास लोगों में नहीं है. आज भी कोरिया के बाद भारत दूसरा देश है जहां स्टॉक डिलीवरी की जगह वायदा कारोबार होता है जिसकी वजह से औद्योगिक प्रगति व रोजगार पैदा नहीं हो पा रहे हैं. जितना अधिक लोगों का स्टॉक मार्केट में विश्वास बढ़ेगा, उतना ही उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. कार्यक्रम में एमसीसीआई के स्टैंडिग कमेटी के चेयरमैन अशोक पारीक ने देश की अर्थव्यवस्था में स्टॉक मार्केट के भविष्य के बारे में सारगर्भित विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम के अंत में कमल जैन ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

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