कोलकाता : पार्क स्ट्रीट में फरवरी 2012 में एक एंग्लो इंडियन महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. घटना के बाद से मुख्य आरोपी कादेर खान (40) और उसका सहयोगी अली खान (38) फरार थे. दोनों करीब साढ़े चार साल बाद कोलकाता पुलिस के हत्थे चढ़े. कोलकाता पुलिस की विशेष टीम ने दोनों को ग्रेटर नोयडा के सेक्टर अल्फा – 2 स्थित एक फ्लैट से गिरफ्तार कर लिया. वहां से ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया गया. इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया. न्यायाधीश ने दोनों को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
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पार्क स्ट्रीट सामूहिक दुष्कर्म कांड, ग्रेटर नोयडा से पकड़ा गया मुख्य आरोपी
कोलकाता : पार्क स्ट्रीट में फरवरी 2012 में एक एंग्लो इंडियन महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. घटना के बाद से मुख्य आरोपी कादेर खान (40) और उसका सहयोगी अली खान (38) फरार थे. दोनों करीब साढ़े चार साल बाद कोलकाता पुलिस के हत्थे चढ़े. कोलकाता पुलिस की विशेष टीम ने दोनों को […]
कैसे हुई गिरफ्तारी
घटना के बाद से ही पुलिस कादेर खान और अली खान के परिजनों पर नजर रखे हुई थी. परिजनों के फोन कॉल्स की नियमित जांच होती थी. कुछ दिनों पहले परिजनों का फोन ट्रेस करने के दौरान कादेर का मोबाइल नंबर पुलिस के हाथ लगा. दोनों आरोपियों के ठिकानों की भनक मिलते ही कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गयी. टीम के अधिकारियों ने ग्रेटर नोयडा के स्थानीय पुलिस थाना कासना से संपर्क किया.
कादेर और अली पर नजर रखने की अपील की. इसके बाद कासना पुलिस भी दोनों आरोपियों के फ्लैट पर नजर रखने लगी. इस बीच कोलकाता पुलिस की विशेष टीम ग्रेटर नोयडा पहुंची. गत गुरुवार को कादेर अपने एक भांजे की जन्मदिन पार्टी में गया था. रात को दोनों अपने फ्लैट में आ गये, जो पांचवे तल्ले पर था. रात में पुलिस ने अभियान चलाया. दोनों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए और पकड़े गये.
क्या है मामला
वर्ष 2012 के फरवरी माह में एक एंग्लो इंडियन महिला को नाइट क्लब से घर छोड़ने की बात कहकर कुछ लोगों ने कार में बैठा लिया था. आरोप है कि चलती कार में उससे सामूहिक दुष्कर्म किया गया. पीड़िता ने घटना के कुछ दिन बाद जब शिकायत दर्ज करायी तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले की सच्चाई पर सवाल उठाया था. इस पर काफी विवाद हुआ था.
कोलकाता पुलिस की तत्कालीन संयुक्त आयुक्त (अपराध) दमयंती सेन मामले की तफ्तीश कर रही थीं. उन्होंने ही दुष्कर्म की पुष्टि की थी, जिसके बाद उनका तबादला कर दिया गया था. मामले में कुल पांच लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें से तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन कादेर खान और अली खान फरार हो गये थे. वर्ष 2015 में दिमागी बुखार से पीड़िता की मौत हो गयी थी. इसके कुछ दिनों बाद (गत वर्ष) गिरफ्तार आरोपी रुमान खान, नासिर खान और सुमित बजाज को अदालत ने दोषी ठहराते हुए 10-10 साल सश्रम कारावास की सजा सुनायी थी.
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