कूड़ा चुननेवाले को मिली नयी राह

जानी-मानी डांसर डॉ मल्लिका साराभाई के सान्निध्य में निखरी कला, स्कॉलरशिप के साथ मिला दो साल का रोजगार कोलकाता : सियालदह स्टेशन पर कचड़े की ढेर से खाली बोतलें चुनने का काम करता था, अच्छा तो नहीं लगता था, लेकिन पेट के लिए करना पड़ता था. काम करने के बाद स्टेशन पर ही सो जाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2016 7:50 AM
जानी-मानी डांसर डॉ मल्लिका साराभाई के सान्निध्य में निखरी कला, स्कॉलरशिप के साथ मिला दो साल का रोजगार
कोलकाता : सियालदह स्टेशन पर कचड़े की ढेर से खाली बोतलें चुनने का काम करता था, अच्छा तो नहीं लगता था, लेकिन पेट के लिए करना पड़ता था. काम करने के बाद स्टेशन पर ही सो जाता था. उस दिनचर्या में मुझे नशे की लत पड़ गयी आैर जीवन एकदम नरक बन गया. अगर मुक्ति रीहैबीलिटेशन सेंटर में नहीं अाया होता तो कभी जीवन सुधर नहीं पाता. 20 साल का मुकेश मनी ने कुछ इसी तरह अपनी कहानी बयां की. मुकेश बताता है कि कुछ साल पहले तक गांजा व ड्रेनाइट का नशा करता था. परिस्थितियां ऐसी थी कि चाह कर भी वह इस नशे से बाहर नहीं निकल पा रहा था. मुक्ति संस्था ने उसे जीने का एक नया मकसद दिया है.
वहां रह कर उसने इस बुरी लत को छोड़ा. पहले उसने ड्राइविंग की ट्रेनिंग ली. एक दक्ष ड्राइवर के रूप में रोजगार करना शुरू किया. उसे डांस करने का बहुत जुनून था, लेकिन कभी माैका नहीं मिला. मुक्ति में आने के बाद डांस मूवमेंट थेरेपी से जुड़ कर उसके हुनर को निखरने का माैका मिला. कोलकाता सन्वेद द्वारा संचालित डांस ट्रेनिंग में उसने इस कला के कई आैर गुर सीखे. कोलकाता सन्वेद की मदद से डांस शिक्षा के लिए उसे एक साल का स्कॉलरशिप मिला है. अभी मुकेश, अहमदाबाद में दर्पण परफोरमिंग आटर्स के बैनर में आगे का प्रशिक्षण ले रहा है. इस संस्था की ओर से उसे दो साल का रोजगार अवसर प्रदान किया गया है.
दर्पण परफोरमिंग आटर्स एकेडमी जानी मानी डांसर डॉ मल्लिका साराभाई द्वारा चलायी जा रही है. यह एकेडमी आैर स्वयं डॉ साराभाई डांस का हुनर रखनेवाले युवाओं को आगे बढ़ने का माैका देकर उनको एक नया मकसद दे रही हैं.
मुकेश का कहना है कि जीवन में बुरा समय जब आता है तो अच्छा भी आता है. अगर अंदर से कुछ करने की या सुधरने की चाह हो तो व्यक्ति कुछ भी कर सकता है.
इस विषय में मुक्ति के निदेशक विश्वनाथन ने बताया कि बच्चों व युवाओं को नशे से बाहर निकाल कर उनको जीवन की मुख्यधारा से जोड़ना ही संस्था का लक्ष्य है. एक भी बच्चे की जिंदगी संवरती है तो बहुत खुशी होती है. नशे से उनको बाहर निकालना बहुत आसान काम नहीं है, लेकिन कोशिश करें तो कई बच्चों का जीवन सुधारा जा सकता है. इसमें कई थेरेपी के साथ विशेष ट्रेनरों व चिकित्सकों की भी मदद ली जाती है. मुकेश आज एक उभरते डांस कलाकार के रूप में आगे बढ़ रहा है, इस बात की बहुत ज्यादा खुशी है.

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