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उपचुनाव में प्रत्याशी देना नहीं चाहती कांग्रेस

कोलकाता. पश्चिम बंगाल में लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों में माकपा के साथ अनौपचारिक गंठबंधन का संकेत देते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि चुनाव लड़े या नहीं, लेकिन पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि तृणमूल कांग्रेस विरोधी और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2016 2:06 AM
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों में माकपा के साथ अनौपचारिक गंठबंधन का संकेत देते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि चुनाव लड़े या नहीं, लेकिन पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि तृणमूल कांग्रेस विरोधी और भाजपा विरोधी मतों का विभाजन न हो.

गौरतलब है कि सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी व विधान सभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने विधानसभा में कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने पर अभी तक निर्णय नहीं किया गया है. चुनाव तिथि की घोषणा होने दें. अभी तक हमने कुछ भी तय नहीं किया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि विपक्ष के मतों के विभाजन का लाभ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा को न मिले.

उल्लेखनीय है कि कूचबिहार और तमलुक लोकसभा सीटों तथा मोंतेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराये जाने हैं. कूचबिहार में तृणमूल कांग्रेस सांसद रेणुका सिन्हा की मृत्यु होने की वजह से उपचुनाव होना है, जबकि नंदीग्राम विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के शुभेंदु अधिकारी के जीतने से तमलुक लोकसभा सीट पर उप चुनाव कराया जाना है. शुभेंदु अधिकारी ने राज्य विधानसभा में शामिल होने से पहले सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं, विधायक सजल पंजा की मृत्यु के चलते मोंतेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है.

अब्दुल मन्नान ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
कोलकाता. विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक अब्दुल मन्नान ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख कर मुलाकात का वक्त मांगा है. अपने पत्र में श्री मन्नान ने लिखा है कि 26 जुलाई को उन्होंने उन्हें एक पत्र लिखा था जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार भी किया था, लेकिन पत्र का कोई जवाब नहीं मिला. विपक्ष के कांग्रेसी नेताओं ने मुख्यमंत्री से मिल कर महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत करने का फैसला किया है. लिहाजा कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक के लिए मुख्यमंत्री वक्त निर्धारित करें. उल्लेखनीय है कि राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति और प्रशासन की असफलता का जिक्र करते हुए पूर्व में श्री मन्नान ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था.

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