आज से सिंगूर के किसानों को सौंपी जायेगी उनकी जमीन
कोलकाता. गुरुवार से सिंगूर के किसानों को उनकी जमीन वापस सौंपने का काम शुरू होगा. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को सिंगूर के किसानों की जमीन लौटाने के लिए 12 सप्ताह का समय निर्धारित किया था. पर, राज्य सरकार इस प्रक्रिया को 10 सप्ताह में ही पूरा करने का प्रयास कर रही है. इस काम […]
कोलकाता. गुरुवार से सिंगूर के किसानों को उनकी जमीन वापस सौंपने का काम शुरू होगा. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को सिंगूर के किसानों की जमीन लौटाने के लिए 12 सप्ताह का समय निर्धारित किया था. पर, राज्य सरकार इस प्रक्रिया को 10 सप्ताह में ही पूरा करने का प्रयास कर रही है. इस काम को जल्द पूरा करने के लिए 20 अक्तूबर से किसानों को जमीन का भौतिक कब्जा सौंपने का काम शुरू दिया जायेगा.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद मौजूद रहेंगी. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से अब तक प्रशासन ने टाटा के नैनो परियोजना की 80 प्रतिशत भूमि को कृषि योग्य बना लिया है. केवल 36 एकड़ जमीन बाकी है, जहां अभी भी कंक्रीट मौजूद है.
उसे हटाने का काम तेजी से चल रहा है. चूंकि कुल 997 एकड़ जमीन के चार हजार किसान मालिक हैं. इसलिए एक दिन में सभी को उनकी जमीन वापस करना संभव नहीं है. यह काम चरणबद्ध तरीके से किया जायेगा. प्रत्येक किसान को जमीन के साथ-साथ 10 हजार रुपये व खेती के लिए मुफ्त में बीज भी दी जायेगी. जमीन की वापसी की शुरुआत सिंगूर के गोपालनगर मौजा से होगी, जहां पहले दिन 25 एकड़ जमीन किसानों के हवाले की जायेगी.