हाइवे पर यातायात व्यवस्था होगी दुरुस्त

कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद राज्य सरकार ने सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्णय लिया है. एक उच्चस्तरीय बैठक में तेज गति एवं लापरवाही से वाहन चलानेवालों और दुर्घटना की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2016 1:05 AM
कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद राज्य सरकार ने सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्णय लिया है. एक उच्चस्तरीय बैठक में तेज गति एवं लापरवाही से वाहन चलानेवालों और दुर्घटना की आशंका वाले क्षेत्रों की पहचान करने, अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 ( दिल्ली-कोलकाता मार्ग), राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 6 ( झारखंड सीमा से डानकुनी) और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 34 ( कृष्णानगर, पलाशी, बहरामपुर, मोरग्राम, जंगीपुर, फरक्का, इंगराज बाजार, पांडुआ, रायगंज और करनदीघी से हो कर गुजरने वाला मार्ग) पर जांच चौकी स्थापित करने और यातायात निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है.
सचिवालय सूत्रों के अनुसार राजमार्गों पर चौबीसों घंटे निगरानी बढ़ाने की योजना है. एक अधिकारी ने बताया कि महत्वपूर्ण क्रॉसिंग और राजमार्ग से जुड़ी बस्तियों और खतरनाक मोड़ पर स्पीड ब्रेकर बनाने का निर्णय किया गया है. यातायात पुलिस को चालकों की जांच कर अल्कोहल सेवन और उसके स्तर के बारे में पता लगाने के लिए ब्रीथेलाइजर देने का भी फैसला लिया गया है. ट्रैफिक पुलिस को एक स्पीड रडार गन भी मुहैया करायी जायेगी, जिससे वह लापरवाही से वाहन चलाने वालों को रोक सकें.
मंत्री-वीआइपी की गाड़ी चलाने के लिए 500 चालकों की होगी नियुक्ति
कोलकाता. कार दुर्घटना मेंं सांसद अभिषेक बनर्जी के घायल होने के बाद राज्य सरकार बेहद गंभीर हो गयी है. मंत्रियों एवं वीआइपी की गाड़ी चलाने के लिए मुख्यमंत्री ने 500 चालकों की नियुक्ति करने का निर्देश दिया है. पुलिस विभाग में चालकों के काफी पद खाली पड़े हैं. साथ ही चालकों को विशेष प्रशिक्षण देने का भी निर्देश जारी किया गया है. मुख्यमंत्री का मानना है कि विशेष प्रशिक्षण के अभाव में इस तरह की दुर्घटनाएं होती हैं. चालकों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने वीआइपी मुवमेंट के वक्त सुरक्षा व्यवस्था को आैर मजबूत बनाने के लिए राज्य पुलिस के डीजी को निर्देश दिया है. इससे पहले भी कई सांसदों की गाड़ी हादसे का शिकार हुई है. दार्जिलिंग में राष्ट्रपित के काफिले में शामिल सुरक्षा कर्मियों की एक गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी.

Next Article

Exit mobile version