आहारे बांग्ला के खिलाफ सड़क पर उतरा वाममोरचा

कोलकाता. राज्य सरकार द्वारा मिलन मेला ग्राउंड में 21 से 25 अक्टूबर के बीच आयोजित किये जाने वाले महाभोज आहारे बांग्ला के खिलाफ गुरुवार को वाम मोरचा की ओर से तपसिया क्रासिंग से मिलन मेला तक रैली निकाली गई. इसमें सीटू के प्रदेश अध्यक्ष श्यामल चक्रवर्ती, विधानसभा में वाम परिषदीय दल के नेता डॉ सुजन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2016 1:06 AM
कोलकाता. राज्य सरकार द्वारा मिलन मेला ग्राउंड में 21 से 25 अक्टूबर के बीच आयोजित किये जाने वाले महाभोज आहारे बांग्ला के खिलाफ गुरुवार को वाम मोरचा की ओर से तपसिया क्रासिंग से मिलन मेला तक रैली निकाली गई. इसमें सीटू के प्रदेश अध्यक्ष श्यामल चक्रवर्ती, विधानसभा में वाम परिषदीय दल के नेता डॉ सुजन चक्रवर्ती, शतरूप घोष, कोलकाता जिला वाम मोरचा के पूर्व संयोजक दिलीप सेन, मधुजा सेन राय समेत अन्य शामिल हुए. मिलन मेला में एक सभा भी हुई.

श्यामल चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य में अनाहार और कुपोषण शिकार चाय बागान के करीब 500 श्रमिकों की मौत हो चुकी है. युवक बेरोजोगार हैं. कृषक अत्महत्या कर रहे हैं. ऐसी हालत में सरकार महाभोज का आयोजन कर रही है. उन्होंने आहारे बांग्ला पर कटाक्ष करते हुए इसे अनाहारे बांग्ला( भूखा बांग्ला) बताया है. कहा कि इसके खिलाफ शुक्रवार को महानगर समत राज्य के करीब 100 स्थानों‍ पर धरना, प्रदर्शन किया जायेगा.

सिंगूर कारखाना नहीं बल्कि आशाओं को डायनामाइट से उड़ाया : राज्य सरकार ने सिं‍गूर कारखाने का ढांचा तोड़ने के लिए डायनामाइट का इस्तेमाल किया. इस पर सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि सरकार ने डायनामाइट से सिंगूर कारखाने को ध्वस्त नहीं किया बल्कि राज्य के युवा वर्ग की आशाओं और रोजगार के साधन नष्ट कर दिये. मात्र 41 एकड़ जमीन को छोड़ दें तो सरकार को सिंगूर में अनिच्छुक किसान नहीं मिलेंगे. तृणमूल के शासन में बंगाल विनाश की ओर बढ़ रहा है.

Next Article

Exit mobile version