कांग्रेस के साथ आंदोलन से परहेज नहीं : भाकपा

कोलकाता. राज्य में कमजोर पड़ रहे वाम मोरचा को अब कांग्रेस का सहारा चाहिए. 2016 के विधानसभा चुनाव के पहले वाम मोरचा व कांग्रेस के बीच तालमेल को लेकर वाम मोरचा के घटक दल एक मत नहीं थे, लेकिन अब परिस्थिति काफी बदल गयी है. 2016 के विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी शिकस्त के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 22, 2016 1:36 AM
कोलकाता. राज्य में कमजोर पड़ रहे वाम मोरचा को अब कांग्रेस का सहारा चाहिए. 2016 के विधानसभा चुनाव के पहले वाम मोरचा व कांग्रेस के बीच तालमेल को लेकर वाम मोरचा के घटक दल एक मत नहीं थे, लेकिन अब परिस्थिति काफी बदल गयी है. 2016 के विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी शिकस्त के बाद अब वाम मोरचा के घटक दलों का सुर नरम पड़ गया है.

तालमेल का विरोध करनेवाली भाकपा अब कांग्रेस के साथ आंदलोन करने को तैयार हो गयी है. शुक्रवार को महानगर के भूपेश भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव प्रबोध पांडा ने कहा कि चुनावी राजनीति नहीं, लेकिन किसी मुद्दे पर कांग्रेस के साथ मिल कर आंदलोन करने में परहेज नहीं है.

उन्होंने केंद्र सरकार व तृणमूल सरकार पर निशाना साधा, लेकिन कांग्रेस के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला. श्री पांडा ने कहा कि अब तक देश में जो भी प्राधानमंत्री हुए, वे अपने भाषण के खत्म होने पर जय हिंद, जय भारता का नारा देते थे, लेकिन अब देश को ऐसा प्रधानमं‍त्री मिला है, जो अपने भाषण के अंत में जय श्रीराम कहता है.

एक धर्मनिरपेक्ष देश में किसी प्रधान मंत्री का इस तरह का आचरण निंदनीय है. उन्होंने तृणमूल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में एक ओर बेरोजगारी बढ़ रही है. चाय बागान के श्रमिक, किसान आत्महत्या कर रहे हैं. परिवहन श्रमिकों का वकाया डीए नहीं मिल रहा है, वहीं इस परिस्थिति में राज्य सरकार आहारे बांग्ला का आयोजन कर रही है. यह सरकार उत्सव, मेला, कार्निवाल माने में व्यस्त है. ऐसे सरकार से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि 19 व 20 अक्तूबर को पार्टी की दो दिवसीय राज्य परिषद की बैठक संपन्न हुई है. इस बैठक में पार्टी के आला केंद्रीय नेताओं ने भी हिस्सा लिया था.

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