केंद्र सरकार पर बरसे इमाम
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों सहित टीपू सुल्तान मसजिद के शाही इमाम सैयद मोहम्मद नुरुर रहमान बरकती ने नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह समान नागरिक संहिता ‘‘थोप कर देश का ध्रुवीकरण’ करने का प्रयास कर रही है. मोदी सरकार मुसलमानों पर समान नागरिक संहिता ‘‘थोपने’ का प्रयास कर रही है. […]
इमाम ने मुसलमानों के साथ-साथ हिंदुओं, ईसाइयों, दलितों और अन्य समुदायों से साथ आकर इस कदम का विरोध करने को कहा. इमाम भीड़भाड़ वाले धर्मतला इलाके में स्थित टीपू सुलतान मसजिद के सामने प्रदर्शन कर रहे लोगों को संबोधित कर रहे थे. यहां तृणमूल कांग्रेस के दो सांसद सुलतान अहमद और इदरिस अली भी मौजूद थे. सुल्तान अहमद ने संवाददाताओं से कहा कि वह समान नागरिक संहिता का विरोध करने के लिए कार्यक्रम में शामिल होने आये हैं.
सुलतान अहमद ने कहा कि देश में समान नागरिक संहिता नहीं हो सकती है. इससे देश की एकता भंग होगी. देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है और केंद्र मुसलमानों पर समान नागरिक संहिता थोपने का प्रयास कर रहा है.
हमें कानून विरासत में मिले हैं और हम कोई हस्तक्षेप नहीं होने देंगे. यह पूछने पर कि क्या यह उनकी पार्टी का विचार है, सांसद ने कहा कि यह तृणमूल कांग्रेस का कार्यालय नहीं है. आप हमारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता से इसके बारे में पूछें. उन्होंने कहा कि केंद्र के इस कदम के विरोध में शाही इमाम ने राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया है. पार्क सर्कस मैदान में एक रैली भी निकाली जायेगी. भारतीय संवैधानिक इतिहास में पहली बार केंद्र ने सात अक्तूबर को उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दायर कर मुसलमानों में ‘एक साथ तीन तलाक की प्रथा’, निकाह हलाला और बहुविवाह का विरोध किया था और लैंगिक समानता तथा धर्मनिरपेक्षता के आधार पर समीक्षा का पक्ष लिया था.