परमात्मा हमेशा सत्य पथ पर चलनेवालों के साथ
परमात्मा हमेशा सत्य पथ पर चलनेवालों के साथ दुर्गापुर : कृपामूर्ति हनुमान भक्त मंडल के तत्वावधान में फुटबॉल मैदान में आयोजित श्रीराम कथा के आठवें दिन महाराज जी ने कहा िक संतोष सबसे बड़ा धन है. िजसके पास संतोष नहीं है, उसे कितना भी रत्न, आभूषण दे दो वह संतुष्ट नहीं होगा. लेिकन जिसके पास […]
परमात्मा हमेशा सत्य पथ पर चलनेवालों के साथ
दुर्गापुर : कृपामूर्ति हनुमान भक्त मंडल के तत्वावधान में फुटबॉल मैदान में आयोजित श्रीराम कथा के आठवें दिन महाराज जी ने कहा िक संतोष सबसे बड़ा धन है. िजसके पास संतोष नहीं है, उसे कितना भी रत्न, आभूषण दे दो वह संतुष्ट नहीं होगा. लेिकन जिसके पास संतोष धन है वह थोड़े में ही सुखी रहना जानता है. उन्होंने कहा िक सर्वदा यह सोचे कि हमारे समान कोई सुखी नहीं है.
हमेशा सुख का ही अनुभव करना चािहये. भरत का उदाहरण देते हुये कहा िक हमें अपने मालिक के प्रति वफादार होना चाहिए. चाहे कितनी भी खराब परिस्थिति हो मालिक के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिये. जहां भी जाये ज्ञानार्जन करें. ज्ञान अर्जन करने की कोई सीमा नहीं होती है.
हमें सर्वदा धर्म का साथ देना चाहिये. जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है. हमें हमेशा सत्य के मार्ग पर चलना चाहिये. जो सत्य के पथ पर चलता है, परमात्मा हमेशा उसके साथ रहते हैं. मौके पर बृजेश यादव, संजीव पाण्डेय, जितेंद्र पाण्डेय, अंशु उपाध्याय सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे. इन्होंने राम कथा का श्रवण िकया.