बंगाल को पश्चिम बांग्लादेश बनाने पर तूली तृणमूल, माकपा व कांग्रेस

बोले प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष काेलकाता : नागरिकता विधेयक का विरोध कर तृणमूल, माकपा और कांग्रेस ने यह साबित कर दिया कि ये बंगाल को पश्चिम बांग्लादेश बनाना चाहती हैं. नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की पेशकश की गयी है. इसका किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन तृणमूल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2016 6:16 AM
बोले प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष
काेलकाता : नागरिकता विधेयक का विरोध कर तृणमूल, माकपा और कांग्रेस ने यह साबित कर दिया कि ये बंगाल को पश्चिम बांग्लादेश बनाना चाहती हैं. नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की पेशकश की गयी है. इसका किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन, कांग्रेस के प्रदीप भट्टाचार्य और माकपा के मोहम्मद सलीम ने इस विधेयक का विरोध किया है. वे बंगाल को पश्चिम बांग्लादेश के रूप में परिवर्तित करना चाहते हैं. विभाजन पीड़ितों की पहचान अस्मिताओं या धर्म का मसला नहीं है. यह विशुद्ध तौर पर कानूनी और प्रशासनिक मामला है, जिसे जबरदस्ती धार्मिक मसला बना दिया गया है. अब इस पर राजनीति की जा रही है. यह विभाजन पीड़ितों के खिलाफ है. बंगाल में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण होने लगा है.
सत्तारूढ़ पार्टी एक समुदाय के पक्ष में खड़ी है और दूसरे का तिरस्कार कर रही है. कुछ दिनों में बंगाल में जिस प्रकार से सांप्रदायिक विवाद और झड़प हुई है, इससे राज्य की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है. राज्य सरकार सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए इस विधेयक का विरोध कर रही है. इससे शरणार्थियों की समस्याएं जस की तस रहेगी, जिस पर तृणमूल, माकपा और कांग्रेस विचार नहीं कर रही है.
विपक्ष का दर्जा पाने को लड़ रही है भाजपा
कोेलकाता़ : वर्तमान में भाजपा सर्वप्रमुख पार्टी है. बंगाल में दूसरे नंबर पर आने के लिए लड़ाई चल रही है. ये बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कही़ वह शुक्रवार को उत्तर 24 परगना के हाबरा में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंनेे कहा कि पार्टी पंचायत चुनाव की तैयारी में जुट गयी है.
बंगाल की जनता ने माकपा और कांग्रेस से विपक्ष में बैठने तक का अधिकार छीन लिया है. जनता ने भाजपा को वोट देकर साबित कर दिया है कि अाने वाला समय भाजपा का है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी यह समझ रही हैं कि आने वाले समय में भाजपा की सरकार बनेगी. इससे भयभीत होकर ही वह भाजपा पर आरोप लगाती रहती हैं.

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