एचएस का रिजल्ट बेहतर करने के लिए बदलाव

कोलकाता: कॉलेजों में दाखिले को लेकर छात्रों को होने वाली परेशानी कम करने के लिए पश्चिम बंगाल बोर्ड का रिजल्ट बेहतर करने की कवायद की जा रही है. इसके तहत अब मार्कशीट में बेस्ट फाइव विषयों के अंक को जोड़ कर प्रतिशत निकाला जायेगा. साथ ही उच्च माध्यमिक के प्रश्नपत्रों में भी बदलाव किया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2014 8:47 AM

कोलकाता: कॉलेजों में दाखिले को लेकर छात्रों को होने वाली परेशानी कम करने के लिए पश्चिम बंगाल बोर्ड का रिजल्ट बेहतर करने की कवायद की जा रही है. इसके तहत अब मार्कशीट में बेस्ट फाइव विषयों के अंक को जोड़ कर प्रतिशत निकाला जायेगा. साथ ही उच्च माध्यमिक के प्रश्नपत्रों में भी बदलाव किया गया है.

अब मल्टीपल च्वायस प्रश्न और प्रोजेक्ट वर्क के ऑप्शन भी रहेंगे, ताकि अपनी रुचि के विषय में अधिक से अधिक स्कोर कर सकें. विद्यार्थियों को जिन पांच विषयों में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त होंगे, उन बेस्ट ऑफ फाइव को जोड़ कर मेरिट लिस्ट तैयार किया जायेगा. ऐसा आइएससी व सीबीएसइ के छात्रों के रिजल्ट के साथ सामंजस्य बनाये रखने के लिए किया जा रहा है. यह जानकारी उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद की सभापति महुआ दास ने सोमवार को विद्यासागर भवन में दी.

उन्होंने कहा : इस बदलाव से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को कई परेशानियों से राहत मिलेगी. कॉलेज में दाखिले की प्रक्रिया भी सुधरेगी. इस संबंध में परिषद की ओर से राज्य के शिक्षा मंत्री को प्रस्ताव भेजा गया है. परिषद ने इसी वर्ष से इस नियम को लागू करने की सिफारिश की है. नये नियम के अनुसार अब छात्रों के लिए पहली व दूसरी भाषा विषय रखना अनिवार्य नहीं होगा. इससे विद्यार्थी अपनी रु चि के अनुसार अपने मनपसंद विषय लेकर पढ़ सकेंगे.

पहले रिजल्ट के बाद यदि विद्यार्थी किसी विषय में कमजोर होता तो विवि प्रबंधन से विषय बदलने के लिए दबाव करता था. बोर्ड को इस तरह की तमाम शिकायतें मिल रही थी. इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान होने के साथ ही साथ नए विषय की किताबें खरीदने के लिए पैसा खर्च करना पड़ता था. सरकारी सूचना के अनुसार इस बार का उच्च माध्यमिक परीक्षा 12 मार्च से शुरू होगा. और कॉलेजों के दाखिले की प्रक्रिया भी ऑनलाइन होगी.

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