पवन रुईया के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई

कोलकाता. जेसप मामले की जांच की आंच अब थमने का नाम नहीं ले रही. अब तक जेसप कारखाने की जांच सीआइडी की टीम कर रही थी, लेकिन अब रेलवे के अधिकारी भी जेसप प्रबंधन को दिये गये माल का हिसाब लेने में जुट गये हैं. सूत्रों के मुताबिक रेलवे की तरफ से यह दावा किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2016 8:07 AM
कोलकाता. जेसप मामले की जांच की आंच अब थमने का नाम नहीं ले रही. अब तक जेसप कारखाने की जांच सीआइडी की टीम कर रही थी, लेकिन अब रेलवे के अधिकारी भी जेसप प्रबंधन को दिये गये माल का हिसाब लेने में जुट गये हैं. सूत्रों के मुताबिक रेलवे की तरफ से यह दावा किया गया है कि कारखाना बंद होने के पहले जेसप को रेलवे की तरफ से 50 करोड़ रुपये का माल दिया गया था. वह माल कारखाने में मौजूद है या नहीं, इसकी जांच करने के लिए दिल्ली से रेलवे के अधिकारियों के छह सदस्यों की एक टीम शुक्रवार को दमदम स्थित जेसप कारखाने के अंदर पहुंची. इस दौरान सीआइडी के अधिकारी भी उनके साथ माल की जांच के दौरान मौजूद थे.

कारखाने के विभिन्न यूनिटों की जांच करने के बाद रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि पूरे कारखाने में मौजूद माल की जांच की गयी, लेकिन अब तक की जांच में अनुमान लगाया जा रहा है कि कारखाने मेें रेलवे द्वारा दिये गये 50 करोड़ के माल से काफी कम माल मौजूद बचा है. शुक्रवार को जांच में कारखाने के अंदर उनका क्या-क्या माल मौजूद है, कौन सा माल कितनी संख्या में है, कितना माल की सप्लाई की गयी थी, इस पूरे तथ्य की लिस्ट बनायी गयी है.

अब दोनों तथ्यों को मिलाने के बाद यह स्पष्ट होगा कि कितना माल कारखाने से गायब हुआ है. सूत्रों का कहना है कि 50 करोड़ से कम माल कारखाने में पाया गया, तो रेलवे की तरफ से पवन रुइया के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराये जाने की संभावना है. हालांकि अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गयी है.

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