श्री अहलूवालिया ने अपने पत्र के माध्यम से बताया है कि गोरखा राइफल्स के जवान ब्रिजेश थापा को संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षक बल के तौर पर कांगो भेजा गया था, जहां पिछले दिनों उनकी मौत हो गयी. शहीद हुए ब्रिजेश थापा, कलिम्पोंग जिले के तयांग दांग बस्ती, सिंजी के रहने वाले थे. श्री अहलूवालिया ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से आग्रह किया है कि उनके पार्थिव शरीर को यहां वापस लाया जाये. ब्रिजेश थापा की मृत्यु की खबर मिलने के बाद से पूरे गांव में शोक छाया हुआ है. उन्होंने कहा कि ब्रिजेश थापा का परिवार शोक संतत्प है और पूरा गांव उनके शव का इंतजार कर रहा है. लेकिन अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है.
श्री अहलूवालिया ने सुषमा स्वराज से शव को ससम्मान कलिम्पोंग लाने के लिए जरुरी व्यवस्थाएं करने का अनुरोध किया, ताकि उनका परिवार अंतिम क्रियाओं को पूरा कर सके. साथ ही उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से जवान के शोकाकुल परिवार से बात करने का भी आग्रह किया.