PM मोदी की महिलाओं ने की सराहना, कहा- कालाधन पर उठाया साहसी कदम

कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500-1000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध लगाकर एक साहसिक कदम उठाया है. देश में काले धन की रोकथाम के लिए यह प्रयास काफी सराहनीय है. इस अभियान के चलते आम लोगों को कुछ तकलीफ तो हो ही सकती है लेकिन इसका दूरगामी असर देश के हित में होगा. यह राय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2016 7:59 AM
कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500-1000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध लगाकर एक साहसिक कदम उठाया है. देश में काले धन की रोकथाम के लिए यह प्रयास काफी सराहनीय है. इस अभियान के चलते आम लोगों को कुछ तकलीफ तो हो ही सकती है लेकिन इसका दूरगामी असर देश के हित में होगा. यह राय अलग-अलग वर्ग की महिलाओं ने व्यक्त की. कुछ महिलाओं का कहना है कि रोज के कामकाज के लिए परेशानी तो होगी ही लेकिन इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. कालाधन संचय करनेवालों को सबक मिलेगा.
शोभा सिंह (कलकत्ता पब्लिक स्कूल, बागुइहाटी की शिक्षक प्रभारी): महिलाओं को रोज घर का छोटा-छोटा सामान खरीदने के लिए 500-1000 रुपये का नोट तुड़वाना पड़ता है. इस फैसले से परेशानी तो होगी लेकिन देश के लिए अच्छा है. कुछ दिन शॉपिंग नहीं होगी. मोदी का यह कदम साहसिक है.
रंजना माथुर (उद्योगपति) : सरकार को सोच-समझकर फैसला लेना चाहिए. आम आदमी के पास तो वैसे ही ब्लैकमनी नहीं है, अभी सबसे ज्यादा दिक्कत उन्हीं को होगी जिनके पास बेहिसाब धन घर में रखा हुआ है, वे अब दहशत में आ जायेंगे. अच्छी बात यह है कि हिसाब-किताब व राजस्व में अब पारदर्शिता आयेगी. कुछ दिन आम लोगों को परेशानी होगी.
प्रो ममता त्रिवेदी (हिंदी विभागाध्यक्ष, जोगेश चंद्र चाैधरी कॉलेज) : इससे काले धन पर रोक लगेगी लेकिन आम आदमी काफी परेशानी में आ जायेगा. लोग खरीदारी कैसे करेंगे. स्कूल की फीस, किताबें खरीदने, परीक्षा की फीस आदि जमा करवाने में काफी समस्या आयेगी. शायद इसको ठीक होने में समय लगेगा लेकिन मोदी का प्रयास काफी हिम्मत भरा है.
नीलम अग्रवाल (गृहिणी): अभी तो यह तनाव हो रहा है कि कल सुबह की सब्जी व बाजार कैसे होगा. घर में 500 के ही नोट हैं. सुबह-सुबह कहां से पैसे आयेंगे. अगर हजार रुपये का बाजार करना है तो सामान कम करना पड़ेगा. 100 के नोट तो ज्यादा हैं नहीं हैं. सरकार ने यह फैसला आम आदमी के हित के बारे में सोचकर ही यह फैसला किया होगा. काला धन बचेगा तो शायद गरीबी भी दूर होगी.

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