रेड लाइट एरिया में उड़े 500 व 1000 के नोट
कोलकाता. देश में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का प्रचलन बंद होने के कारण भले ही छोटे उद्योगपतियों को दिक्कतें आ रही हों, लेकिन दक्षिण एशिया के सबसे बड़ा रेड लाइट इलाका सोनागाछी में कारोबार तेजी से चल रहा है, क्योंकि वहां अभी भी पुराने नोट लिये जा रहे हैं. यौनकर्मियों के एक […]

कोलकाता. देश में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का प्रचलन बंद होने के कारण भले ही छोटे उद्योगपतियों को दिक्कतें आ रही हों, लेकिन दक्षिण एशिया के सबसे बड़ा रेड लाइट इलाका सोनागाछी में कारोबार तेजी से चल रहा है, क्योंकि वहां अभी भी पुराने नोट लिये जा रहे हैं. यौनकर्मियों के एक संगठन ‘दरबार महिला समन्वय समिति’ की संचालक भारती ने कहा कि हमारी लड़कियों से कहा गया है कि वे 500 व 1000 रुपये के नोट स्वीकार करें, लेकिन वे ग्राहकों से कह रही हैं कि वे इस सप्ताह के बाद नोट स्वीकार नहीं करेंगी. इसलिए ग्राहकों की भारी भीड़ है.
उन्होंने कहा कि टॉप श्रेणी की यौनकर्मियों को दिक्कतें नहीं आ रही हैं, लेकिन जो सिर्फ 300 या 400 रुपये लेती हैं, उन्हें बहुत दिक्कत हो रही है.
संगठन का दावा है, उसके तहत पूरे बंगाल में एक लाख से ज्यादा यौनकर्मी पंजीकृत हैं. ग्राहक पहले पूछ रहे हैं कि क्या वे 500 या 1000 रुपये का नोट ले रही हैं. एक यौनकर्मी रेखा ने कहा कि यदि हम ना कहते हैं, तो ग्राहक चला जायेगा. हम नोट ले रहे हैं और दरबार तथा उषा बैंक ने आश्वासन दिया है कि हमारा पैसा बरबाद नहीं होगा. दो दिनोंं मेंं यौनकर्मियों से उषा मल्टीपरपस को-ऑपरेटिव बैंक में 55 लाख रुपये जमा कराये हैं.