फैसला वापस नहीं लेने पर वृहत्तर आंदोलन की धमकी
कोलकाता : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500-1000 रुपये के नोट को बंद करने के फैसले के खिलाफ अब राजनीति का रंग चढ़ने लगा है. पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस घोषणा के बाद से ही इस फैसले का विरोध कर रही है. अब तृणमूल कांग्रेस ने इसके विरोध में वृहत्तर आंदोलन करने का फैसला किया है. बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के राज्य स्तरीय कमेटी की ओर से महानगर में विरोध प्रदर्शन किया गया.
बुधवार को कॉलेज स्क्वॉयर से धर्मतल्ला तक रैली निकाली गयी, जिसमें राज्य के मंत्री, विधायक, सांसद व नेताओं ने हिस्सा लिया. बुधवार को दोपहर एक बजे यह रैली कॉलेज स्क्वॉयर से शुरू हुआ और गणेश चंद्र एवेन्यू, चित्तरंजन एवेन्यू होते हुए धर्मतल्ला तक पहुंची. इस मौके पर तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पार्थ चटर्जी ने केंद्र सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की और साथ ही यह भी धमकी दी कि केंद्र सरकार अगर इस फैसले को वापस नहीं लेती है तो पार्टी द्वारा वृहत्तर आंदोलन किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे को लेकर नयी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रही हैं और इस आंदोलन को पूरे देश में फैलाने का प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना यह फैसला वापस लेना ही होगा. हमारी पार्टी काला धन को बाहर निकालने के विरोध में नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री ने काला धन निकालने के लिए जो रास्ता चुना है, वह सही नहीं है. हम इसका विरोध कर रहे हैं. केंद्र सरकार के इस फैसले से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
उपचुनाव के नतीजों का हवाला देते हुए राज्य के ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि उपचुनाव के नतीजों ने यह साफ कर दिया है कि राज्य की जनता केंद्र सरकार के इस फैसले को मानने के लिए तैयार नहीं है. प्रधानमंत्री का यह फैसला आम जनता के खिलाफ है, इसलिए जनता समझ रही है कि मुख्यमंत्री का आंदोलन सही है. इसलिए उपचुनाव में पार्टी ने रिकार्ड जीत दर्ज की. उपचुनाव के जनादेश से भाजपा को सबक लेना चाहिए.
इस मौके पर सांसद सुब्रत बक्शी व राज्य के मंत्रियों में वित्त मंत्री अरूप राय, युवा कल्याण मंत्री अरूप विश्वास, सहकारिता मंत्री अरूप राय, कोलकाता के मेयर व दमकल मंत्री शोभन चटर्जी, बिजली मंत्री शोभनदेव चटर्जी, शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री अब्दुर रज्जाक मोल्ला, शिशु विकास व महिला कल्याण मंत्री शशि पांजा, सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी, उपभोक्ता मामलों के मंत्री साधन पांडे, विधायक मोइनुद्दीन शम्स, नयना बंद्योपाध्याय, अशोक देव, सुजीत बोस, प्रबीर घोषाल के साथ-साथ हजारों की संख्या में नेता व समर्थक उपस्थित रहे.