सरकारी अस्पतालों से हटेगा मोबाइल टॉवर

कोलकाता: एसएसकेएम अस्पताल में आगलगी के बाद महानगर के सभी सरकारी अस्पताल से मोबाइल टॉवर हटाने का फैसला लिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार अस्पतालों में लगे मोबाइल टॉवर से सरकार को लाभ से अधिक नुकसान हो रहा है. मोबाइल कंपनियां टॉवर समय पर किराया भी नहीं देतीं. साथ ही वहां विकिरण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2016 1:45 AM
कोलकाता: एसएसकेएम अस्पताल में आगलगी के बाद महानगर के सभी सरकारी अस्पताल से मोबाइल टॉवर हटाने का फैसला लिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार अस्पतालों में लगे मोबाइल टॉवर से सरकार को लाभ से अधिक नुकसान हो रहा है. मोबाइल कंपनियां टॉवर समय पर किराया भी नहीं देतीं.

साथ ही वहां विकिरण से मरीज और उनके परिजनों को काफी नुकसान हो रहा है. कंपनियां टॉवर का रखरखाव भी नहीं करतीं. इससे आगलगी जैसी घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है. इसके मद्देनजर ही अस्पतालों से मोबाइल टॉवर हटाने का निर्णय हुआ है.

तीन मोबाइल कंपनी के अधिकारी लालबाजार तलब
एसएसकेएम में तीन मोबाइल कंपनी के टॉवर हैं. लालबाजार की ओर उक्त कंपनियों के अधिकारियों को नोटिस जारी कर पुलिस मुख्यालय तलब किया गया था. गुरुवार को तीनों मोबाइल कंपनी के अधिकारी लालबाजार पहुंचे और जांच अधिकारियों से मुलाकात की. लालबाजार सूत्रों के मुताबिक इस मामले की जांच लालबाजार का डीडी विभाग कर रहा है. प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि मोबाइल टावर से संबंधित मशीन के रखरखाव में लापरवाही के कारण सर्वर रूम में आग लगी थी. कहां और कब रखरकाव किया गया, इस बारे में कंपनी अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है. कुछ कागजात मांगे गये हैं, जिनके मिलने के बाद जांच की गति आगे बढ़ेगी.

Next Article

Exit mobile version