नोटबंदी का विदेश जानेवाले सैलानियों पर मिश्रित असर

कोलकाता. केंद्र के 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने के फैसले का छुट्टियों में विदेशों की यात्रा करनेवाले भारतीय सैलानियों पर मिलाजुुला असर पड़ा है. जहां कुछ टूर ऑपरेटरों का कहना है कि कि उन पर नोटबंदी का असर हुआ है, वहीं कुछ का दावा है कि इसका विदेश जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2016 8:09 AM
कोलकाता. केंद्र के 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने के फैसले का छुट्टियों में विदेशों की यात्रा करनेवाले भारतीय सैलानियों पर मिलाजुुला असर पड़ा है. जहां कुछ टूर ऑपरेटरों का कहना है कि कि उन पर नोटबंदी का असर हुआ है, वहीं कुछ का दावा है कि इसका विदेश जाने वाले पर्यटकों की संख्या पर असर नहीं होगा. भारत में स्विट्जरलैंड टूरिज्म के निदेशक क्लौडियो जेम्प ने कहा कि इस कदम का निश्चित तौर पर पिछले कुछ हफ्तों में असर पड़ा है. हम प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि आनेवाले समय में स्थिति सुधरेगी और चीजें दोबारा सामान्य हो जायेंगी.
जेम्प ने हालांकि कहा कि स्विट्जरलैंड जानेवाले भारतीय पर्यटकों की संख्या पर नोटबंदी के असर को अभी आंका नहीं जा सकता है. स्विट्जरलैंड पहली बार यूरोप जानेवाले पर्यटकों, हनीमून के लिए जानेवालों और रोमांचकारी खेलों के लिए छुट्टियां मनानेवालों के सबसे पसंदीदा गंतव्यों में शामिल है.
देश अब नये साल में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आक्रामक प्रचार अभियानल चला रहा है. भारत स्थित जर्मन नेशनल टूरिज्म ऑफिस (जीएनटीओ) को हालांकि 2017 में भारत से बड़ी संख्या में पर्यटकों के जर्मनी जाने की उम्मीद है. जीएनटीओ के बिक्री एवं विपणन निदेशक रोमिट थियोफिलस ने कहा कि हमें नहीं लगता कि कोई ज्यादा अंतर आयेगा. ट्रैवल एजेंट्स फेेडरेशन ऑफ इंडिया की पूर्वी भारत शाखा के प्रमुख अनिल पंजाबी ने कहा कि जहां नोटबंदी का काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करनेवालों पर असर नहीं पड़ा है, वहीं इसने निश्चित रूप से पर्यटकों, परिवारों और हनीमून के लिए विदेश यात्रा करनेवालों या छोटे कारोबारियों की यात्रा को प्रभावित किया है.

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