अध्यापन के साथ शिक्षिका चला रही थी ठगी का धंधा
कोलकाता. एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाने के अलावा बेरोजगार युवकों को नौकरी देने के नाम पर उन्हें ठगने के आरोप में कोलकाता पुलिस के ठगी विभाग की टीम ने एक स्कूल की शिक्षिका व उसकी सहयोगी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शिक्षिका का नाम सुचिश्मिता गांगुली (47) है जबकि उसकी सहयोगी का नाम जयंती […]
कोलकाता. एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाने के अलावा बेरोजगार युवकों को नौकरी देने के नाम पर उन्हें ठगने के आरोप में कोलकाता पुलिस के ठगी विभाग की टीम ने एक स्कूल की शिक्षिका व उसकी सहयोगी को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार शिक्षिका का नाम सुचिश्मिता गांगुली (47) है जबकि उसकी सहयोगी का नाम जयंती बरुआ (51) है. इन दोनों के खिलाफ वाटगंज थाने में स्कूल की प्रिंसिपल पॉलिंग सपना मुखर्जी ने शिकायत दर्ज करायी थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को ठगी के अारोप में सोमवार शाम को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों को मंगलवार को अलीपुर कोर्ट में पेश किया जायेगा.
कैसे करती थी ठगी
कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि 25 अक्टूबर को वाटगंज थाने में सेंट थॉमस गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल मिस पॉलिंग सपना मुखर्जी ने शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके स्कूल में ग्रुप डी विभाग में नौकरी देने के बदले मानिक पाल (30) नामक एक युवक से 85 हजार 500 रुपये वसूले थे. रुपये लेने के बाद इस युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र व पहचान पत्र दिया गया. प्रिंसिपल का आरोप था कि जब वह युवक नौकरी ज्वाइन करने आया तो उसके कागजात की जांच की गयी तो सभी नकली मिले. इस नियुक्ति पत्र में उनके हस्ताक्षर की नकल की गयी थी. इस पूरी जानकारी व सबूत के बाद वाटगंज थाने की पुलिस ने ठगी की शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी.
जांच में आया नाम
विशाल गर्ग ने बताया कि इसकी जांच शुरू हुई तो पता चला कि उसी स्कूल में बांग्ला पढ़ानेवाली शिक्षिका सुचिश्मिता गांगुली इसमें लिप्त हैं. इसके बाद उन्हें लंबी पूछताछ के बाद सबूत के आधार पर सोमवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया. उससे पूछताछ में जयंती बरुआ नामक उनकी सहयोगी के इसमें शामिल होने का पता चला. इसके बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों को मंगलवार को अलीपुर कोर्ट में पेश किया जायेगा. दोनों के पास से कई फर्जी कागजात भी जब्त किये गये हैं.