सिंगूर आंदोलन के लिए नहीं होगा अलग अध्याय : पार्थ

कोलकाता: सिंगूर आंदोलन को लेकर राज्य सरकार द्वारा कोई अलग अध्याय नहीं होगा, कक्षा आठ के किसान आंदोलन में ही सिंगूर आंंदोलन की कहानी को जोड़ा जायेगा. यह जानकारी शनिवार को राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने दी. सिलेबस कमेटी ने दी पाठ्यक्रम में नहीं शामिल करने की सलाह उन्होंने बताया कि सिंगूर आंदोलन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2016 1:19 AM
कोलकाता: सिंगूर आंदोलन को लेकर राज्य सरकार द्वारा कोई अलग अध्याय नहीं होगा, कक्षा आठ के किसान आंदोलन में ही सिंगूर आंंदोलन की कहानी को जोड़ा जायेगा. यह जानकारी शनिवार को राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने दी.
सिलेबस कमेटी ने दी पाठ्यक्रम में नहीं शामिल करने की सलाह
उन्होंने बताया कि सिंगूर आंदोलन की कहानी को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए राज्य सरकार ने सिलेबस कमेटी के पास इसे भेजा था और सिलेबस कमेटी ने सिंगूर आंदोलन के लिए अलग पाठ्यक्रम नहीं करने की सलाह दी है. इस संबंध में कमेटी ने दो रिपोर्ट पेश की है, जिन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समक्ष पेश किया जायेगा और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ही इस संबंध में अंतिम निर्णय लेंगी. अब तक तय हुआ है कि सिंगूर आंदोलन के लिए कोई अलग अध्याय नहीं होगा, कृषक आंदोलन के अध्याय में यह एक अंश होगा. उन्होंने बताया कि तेलंगाना व तेभागार आंदोलन के पास ही सिंगूर आंदोलन की कहानी को भी जगह दी जायेगी.
सीएम ने की थी पाठ्यक्रम में शामिल करने की घोषणा
गौरतलब है कि सिंगूर आंदोलन की सफलता के बाद ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने की घोषणा की थी. इसके बाद ही शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में सिलेबस कमेटी को खसरा रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया था और इसके बाद सिलेबस कमेटी ने इसे लेकर बैठक की. प्राथमिक स्तर पर तय किया गया था कि सिंगूर आंदोलन की गाथा को कक्षा नौ व 10 के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाये, लेकिन कमेटी ने इसे कक्षा आठ के पाठ्यक्रम में शामिल करने का परामर्श दिया है. इस संबंध में शिक्षा मंत्री ने कहा कि 2017 से सिंगूर आंदोलन को पाठ्यक्रम में शामिल कर दिया जायेगा.

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