सफलता के लिए लक्ष्य पर फोकस करें छात्र : राज्यपाल

कोलकाता: जादवपुर यूनिवर्सिटी में शनिवार को 61वें दीक्षात समारोह का आयोजन किया गया. इस माैके पर यूनिवर्सिटी के चांसलर व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा माध्यम है, जिससे समाज व देश को सशक्त किया जा सकता है. उच्च शिक्षा में सफलता हासिल करने के बाद छात्र अपने भविष्य की नींव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2016 1:11 AM
कोलकाता: जादवपुर यूनिवर्सिटी में शनिवार को 61वें दीक्षात समारोह का आयोजन किया गया. इस माैके पर यूनिवर्सिटी के चांसलर व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा माध्यम है, जिससे समाज व देश को सशक्त किया जा सकता है. उच्च शिक्षा में सफलता हासिल करने के बाद छात्र अपने भविष्य की नींव मजबूत कर सकते हैं.

यह समय उनके लिए काफी कीमती है. समय का सदुपयोग करते हुए वे अपने लक्ष्य पर ध्यान दें. चाहे शिक्षा की बात हो या करियर की, छात्रों को अनुशासन में रह कर ही अपना काम करना चाहिए. जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है. अनुशासन के बिना वे आगे नहीं बढ़ सकते हैं. शिक्षा के साथ जीवन मूल्यों के साथ आगे बढ़ें, तभी उनकी डिग्री की सार्थकता है. राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में स्नातक, पीजी, पीएचडी व रिसर्च के क्षेत्र में कामयाब छात्रों को डिग्री देकर सम्मानित किया. समारोह में कई शिक्षाविद माैजूद रहे.

मौके पर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो सुरंजन दास ने अपने भाषण में अप्रत्यक्ष ताैर पर यह जता दिया कि उन पर सरकारी महकमे का दबाव किस तरह बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक प्रशासक के ताैर पर हमारी कोशिश रहती है कि संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाऊं. न केवल एकेडमिक स्तर पर बल्कि रिसर्च के मामले में भी हमारा संस्थान आगे बढ़े. छात्रों को हर स्तर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा व सुविधाएं दी जा सकें, ताकि जेयू निरंतर आगे बढ़ता रहे.

जब तक संभल रहा है, संभाल रहा हूं. जिस दिन लगेगा कि अब नहीं संभाल पा रहा हूं, उसी दिन अपना इस्तीफा दे दूंगा. इस्तीफा देकर फिर से शिक्षक के रूप में अध्यापन का काम करूंगा. गौरतलब है कि कुछ दिनों से उन पर राजनैतिक दबाव बढ़ रहा है. रीइंप्लायमेंट स्कीम को लेकर उन्हें उच्च शिक्षा विभाग में बुलाया गया था. इसके बाद वह तनाव में हैं. शनिवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में जूटा व वेबकूटा के कमर्चारियों ने हस्ताक्षर अभियान चला कर रिटायर्ड शिक्षकों को रीइंप्लायमेंट स्कीम में रखने को लेकर लोगों से राय मांगी. इसके अलावा वहां के छात्रों ने विधानसभा में पास होनेवाले नये शिक्षा बिल की प्रतियां जला कर अपना प्रतिवाद जताया.

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