बंगाल में नोटबंदी से परिवहन श्रमिक व्यापक रूप से प्रभावित

कोलकाता. नोटबंदी के कदम के बाद हो रही समस्याओं को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ परिवहन संगठनों का विरोध भी जारी है. एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी की ओर से दावा किया गया है कि नोटबंदी के कदम से टैक्सी चालकों समेत तमाम परिवहन श्रमिक व्यापक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2016 8:02 AM

कोलकाता. नोटबंदी के कदम के बाद हो रही समस्याओं को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ परिवहन संगठनों का विरोध भी जारी है. एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी की ओर से दावा किया गया है कि नोटबंदी के कदम से टैक्सी चालकों समेत तमाम परिवहन श्रमिक व्यापक रूप से प्रभावित हुए हैं. कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूूनियन के महासचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार व बड़े-बड़े पूंजीपतियों को छोड़ पूरे देश में इसका विरोध हो रहा है. बड़े-बड़े अर्थशास्त्रियों ने भी उपरोक्त कदम को सही नहीं ठहराया है.

नोटबंदी के कदम के बाद लगभग 60 प्रतिशत परिवहन श्रमिकों की रोजी-रोटी पर संकट बना हुआ है. समय के साथ उनकी समस्याएं खत्म नहीं हो रही हैं. देश में आर्थिक आपातकाल जैसी स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कैशलेस इंडिया पर जोर दे रहे हैं, लेकिन पूरी दुनिया में स्वीडन ही ऐसा देश है, जिसने नकदी रहित अर्थव्यवस्था बनाने में कामयाबी हासिल की, लेकिन उसकी आबादी संभवत: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की आबादी जितनी है. वहां की शत-प्रतिशत आबादी के पास इंटरनेट है, लेकिन क्या हमारे देश में पर्याप्त स्थिति है?
श्रीवास्तव ने कहा कि कैशलेस व्यवस्था से ज्यादातर आम लोगों के ठगी के शिकार होने की आशंका है. नोटबंदी के बाद परिवहन श्रमिकों की समस्याओं, हावड़ा समेत अन्य जगहों पर टैक्सी चालकों पर कथित पुलिस जुल्म, टैक्सी चालकों के प्रति राज्य सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ व राज्य में टैक्सी चालकों की लंबित मांगों को पूरा करने, टैक्सी किराया बढ़ाने पर एटक समर्थित टैक्सी संगठन व्यापक आंदोलन की ओर रुख कर सकते हैं.पांच जनवरी को अपराह्न 12 बजे प्रदेश एटक के कार्यालय मेें कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी की ओर से आम सभा बुलायी गयी है. सभा के दौरान उपरोक्त मुद्दों पर चर्चा होगी व आगामी आंदोलनों की घोषणा की जायेगी.

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