यहां हस्तशिल्प, हथकरघा साड़ियों एवं सूक्ष्म व लघु स्तर के उद्योगों में स्थानीय कारीगरों द्वारा बनायी गयी विस्तृत व विविध उत्पाद बिकेंगे. सरकार के अनुसार विश्व बांग्ला मॉल राज्य के कारीगरों को एक मंच उपलब्ध करायेगा. राज्य की पारंपरिक कला और हस्तकौशल को वैश्विक मंच तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभायेगा. सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने एमएसएमइ क्षेत्र के लिए एक निर्यात नीति के अनावरण का भी निर्णय लिया है.
गौरतलब है कि पार्क स्ट्रीट, कोलकाता पोर्ट एवं कोलकाता एयरपोर्ट समेत कई स्थान पर पहले से ही विश्व बांग्ला स्टॉल हैं. दिल्ली में भी विश्व बांग्ला स्टॉल कामयाबी से चलाया जा रहा है. विश्व बांग्ला ब्रांड को एक वैश्विक मंच उपलब्ध कराने के लिए अब राज्य सरकार इसके लिए एक शॉपिंग मॉल तैयार करने जा रही है.