नोटबंदी पर बोले माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, लोगों को हो रही परेशानी, विरोध जरूरी

कोलकाता: नोटबंदी के बाद रोजाना नये-नये नियम लादे जा रहे हैं. आम लोगों की समस्याओं की बात केंद्र सरकार नहीं कर रही है. इसके लिए व्यापक प्रचार और आंदोलन की जिम्मेदारी वामपंथियों को ही लेनी पड़ेगी. नोटबंदी के बाद होनेवाली समस्याओं के खिलाफ तमाम विपक्षी दलों का विरोध जरूरी है. आंदोलन तभी सफल हो सकता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2016 7:58 AM
कोलकाता: नोटबंदी के बाद रोजाना नये-नये नियम लादे जा रहे हैं. आम लोगों की समस्याओं की बात केंद्र सरकार नहीं कर रही है. इसके लिए व्यापक प्रचार और आंदोलन की जिम्मेदारी वामपंथियों को ही लेनी पड़ेगी.
नोटबंदी के बाद होनेवाली समस्याओं के खिलाफ तमाम विपक्षी दलों का विरोध जरूरी है. आंदोलन तभी सफल हो सकता है, जब सटीक कार्यसूची तैयार की जाये. ये बातें माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कही हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार की विदेश नीति, आर्थिक नीति व कूटनीति व्यर्थ होने के कारण ही देश में समस्याएं बढ़ती जा रही हैं.

अभी भी देश में अघोषित आर्थिक आपातकाल जैसी स्थिति है. केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले से काला धन रखनेवालों पर कोई असर नहीं पड़ा है और न ही विदेशों में रखा काला धन देश में वापस आया है. सटीक नीतियों के अभाव के कारण ही सांप्रदायिक शक्तियां देश की एकता और अखंडता पर खतरा बनी हुई हैं. ऐसी शक्तियों को रोकने के लिए माकपा व वामपंथियों को ही महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे.

Next Article

Exit mobile version