स्ट्रीट फूड की गुणवत्ता पर ध्यान रखने के लिए गत वर्ष कोलकाता नगर निगम की ओर से विशेष अभियान चलाया गया था. फुटपाथ पर बिकनेवाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए निगम एक विशेष योजना पर भी कार्य कर रहा है. इसके तहत भोजन की गुणवत्ता के आधार पर महानगर को ए, बी, सी, डी व इ तक पांच जोन में विभाजित किया जायेगा. गौरतलब हो कि ग्रेडिंगवाले इस सिस्टम को को पूजा से पहले ही लागू किया जाना था.
वहीं इसे लागू करने से पहले निगम की ओर से स्ट्रीट फूड विक्रेता को विशेष वर्कशॉप के जरिये प्रशिक्षण दिये जाने की योजना है, जिसमें खाद्य पदर्थों की गुणवत्ता को ठीक रखने के लिए ट्रेनिंग दी जायेगी. राज्य सरकार की उदासीनता के कारण वर्कशॉप व ग्रेडिंग की योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में है.