तृणमूल पार्षद के कार्यालय में मारे गये दो लोग हत्या, बमबाजी से थर्राया खड़गपुर

खड़गपुर: पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर नगर थाना अंतर्गत वार्ड 18 की पार्षद व तृणमूल कांग्रेस की नेता ए पूजा नायडू के पति ए श्रीनिवास राव उर्फ श्रीनू नायडू और उसके चार साथियों पर बुधवार को दिनदहाड़े अपराह्न 2.40 बजे के करीब पांच नकाबपोशों ने हमला बोल दिया. बमबाजी और अंधाधुंध गोलीबारी में पार्षद पति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2017 1:16 AM
खड़गपुर: पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर नगर थाना अंतर्गत वार्ड 18 की पार्षद व तृणमूल कांग्रेस की नेता ए पूजा नायडू के पति ए श्रीनिवास राव उर्फ श्रीनू नायडू और उसके चार साथियों पर बुधवार को दिनदहाड़े अपराह्न 2.40 बजे के करीब पांच नकाबपोशों ने हमला बोल दिया. बमबाजी और अंधाधुंध गोलीबारी में पार्षद पति श्रीनू नायडू सहित दो लोगों की मौत हो गयी. मारे गये दूसरे व्यक्ति की पहचान धर्मा के रूप में हुई है. हमले में एन गोविंद राव, श्री श्रीनू और बी गोविंद राव गंभीर रूप से घायल हो गये हैं.
जानकारी के अनुसार, वार्ड नंबर 18 की पार्षद ए पूजा के नयाखुली स्थित कार्यालय में हमला हुआ. पार्षद के पति श्रीनू नायडू और उसके चार सहयोगी उस वक्त कार्यालय में बैठे हुए थे. एक चार पहिया वाहन से पांच नकाबपोश हमलावर पार्टी कार्यालय के अंदर घुस गये और पहले बम फेंकना शुरू किया और उसके बाद पांचों लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग की. हमलावरों ने श्रीनू नायडू की गर्दन व सीने पर दो गोली मारी और उस पर बम फेंका. हमले में वह बुरी तरह घायल हो गये, जबकि धर्मा के सिर में गोली लगी थी.

इन दोनों को कोलकाता इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में इनकी मौत हो गयी. तृणमूल कार्यालय में बैठे और तीन लोगों में श्री श्रीनू को तीन, एन गोविंद को दो व बी गोविंद राव को एक गोली लगी है. घायलों को मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में भरती किया गया है, जहां इनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. गौरतलब है कि श्रीनू नायडू रेल कर्मी था. उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि रही है.

श्रीनू नायडू पर इससे पहले भी जानलेवा हमला हो चुका है. नायडू की पत्नी तृणमूल की पार्षद होने के कारण उसका शहर के राजनीतिक माहौल में अच्छा खासा सिक्का जमा हुआ था. शहर में चर्चा है कि तृणमूल की आपसी गुटबाजी भी इस हमले का कारण हो सकती है. दूसरी अोर, शहर की पुलिस इस घटना के बारे में कुछ भी कहने, सुनने से इनकार कर रही है. वहीं शहरवासी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं कि शहर में अपराध और अपराधी बढ़ रहे हैं. शहरवासी असुरक्षित हैं और पुलिस हेलमेट चेकिंग में व्यस्त रहती है.

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