बंगाल में हो रही घिनौनी राजनीति : दिलीप
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में अभी गुंडा व माफिया की सरकार राज कर रही है. सांसद को मेला आयोजन करने की अनुमति नहीं दी जाती. हाइकोर्ट से मेला की अनुमति लेनी पड़ रही है. इस प्रकार की घिनौनी राजनीति उन्होंने कभी नहीं देखी. ऐसी ही प्रतिक्रिया प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने दी है. गुरुवार को […]
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में अभी गुंडा व माफिया की सरकार राज कर रही है. सांसद को मेला आयोजन करने की अनुमति नहीं दी जाती. हाइकोर्ट से मेला की अनुमति लेनी पड़ रही है. इस प्रकार की घिनौनी राजनीति उन्होंने कभी नहीं देखी. ऐसी ही प्रतिक्रिया प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने दी है.
गुरुवार को प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते कहा कि आसनसोल के मेयर ने मेला को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये, लेकिन आखिरकार जीत सच्चाई की हुई. उन्होंने कहा कि मेला का आयोजन करने के लिए उन्होंने नयी दिल्ली में ही सांसद व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो से कहा था कि मेला का आयोजन करने के लिए हमें एड़ी-चोटी एक करना होगा, क्योंकि यह लोग आसानी से इसकी अनुमति नहीं देंगे. बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी घिनौनी राजनीति कर रही है.
वहीं, खड़गपुर में हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सुब्रत बक्शी द्वारा उनका नाम लिये जाने की घटना पर उन्होंने कहा कि इस सरकार पर कोई विश्वास नहीं है. यह सब कुछ कर सकती है. गुंडा व माफिया के सहारे सरकार चल रही है, लेकिन वह इससे डरनेवाले नहीं हैं. वह इसके लिए प्रस्तुत हैं. अगर राज्य सरकार में हिम्मत है तो श्रीनू हत्या मामले की जांच सीबीआइ से करा कर देख लें, पूरी सच्चाई सामने आ जायेगी. वहीं, राष्ट्रीय सेवक संघ (आरएसएस) की सभा को कोलकाता पुलिस द्वारा अनुमति नहीं देने के संबंध में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस नहीं, तृणमूल कांग्रेस के कहने पर अनुमति नहीं मिल रही है. 50 वर्षों से यहां आरएसएस द्वारा रैली व सभा का आयोजन किया जाता रहा है, आज तक किसी ने भी इस पर निषेधाज्ञा नहीं लगाया. हम तो बचपन से ही इस सभा में जाते थे, लेकिन ऐसी सभा को अनुमति नहीं देना दर्शाता है कि इसके पीछे भी राजनीति है.