मैं को खत्म कर दो तो हनुमान हो जाओगे : शंभु शरण लाटा

श्रीराम सेवा समिति ट्रस्ट के नौदिवसीय श्रीराम कथा का समापन ट्रस्ट करेगा हावड़ा में 5000 बालिकाओं के लिए स्कूल का निर्माण शिवपुर श्मशान घाट का भी करेगा जीर्णोद्धार हावड़ा. मैं को खत्म कर दो तो हनुमान हो जाओगे. जिसने मान को मार दिया वो हनुमान हो गया. हममें हनुमान जैसी शक्ति आ सकती है, लेकिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2017 8:17 AM
श्रीराम सेवा समिति ट्रस्ट के नौदिवसीय श्रीराम कथा का समापन
ट्रस्ट करेगा हावड़ा में 5000 बालिकाओं के लिए स्कूल का निर्माण
शिवपुर श्मशान घाट का भी करेगा जीर्णोद्धार
हावड़ा. मैं को खत्म कर दो तो हनुमान हो जाओगे. जिसने मान को मार दिया वो हनुमान हो गया. हममें हनुमान जैसी शक्ति आ सकती है, लेकिन हमारी शक्ति को अभिमान खा जाता है. हम बन सकते हैं हनुमान जैसे, लेकिन मान चाहोगे तो कैसे होगा. ये उद्गार आज बांधाघाट के निकट सेठ बंशीधर जालान स्मृति बंगेश्वर महादेव नया मंदिर में श्रीराम सेवा समिति ट्रस्ट (हावड़ा) के 26वें वार्षिकोत्सव पर आयोजित नौदिवसीय श्रीराम कथा के समापन अवसर पर वाणी भूषण संत पंडित श्री शम्भुशरण लाटा ने व्यक्त किये.
उन्होंने कहा : कुछ लोग बिना विचारे काम करते हैं उनका जीवन लंका कांड हो जाता है. बिना विचारे जो करेगा, उसे बाद में बहुत पछताना पड़ेगा, इसमें दूसरे का कुछ भी नहीं बिगड़ेगा, काम उसका खुद का बिगड़ेगा और परिणाम होगा जग हंसाई. अतः कोई भी काम करने से पहले विचार अवश्य कर लेना चाहिए.
उन्होंने कहा : आपके जीवन का वो क्षण सुंदर है जब आप कोई काम विचार करके करते हैं. आज की युवा पीढ़ी को तो बिल्कुल विचार करने की फुरसत नहीं है. शांति बहुत मूल्यवान है.
भगवान के नाम में शांति मिलती है, क्योंकि भगवान स्वतः शांतम्-साश्वत है. हर परिस्थिति में शांत रहा जा सकता है. हम शांत रहना नहीं चाहते. शांति भीतर की बात है बाहर की बात नहीं है. शांति मिलेगी कब ? जब हृदय काम, क्रोध, लोभ से खाली रहेगा तब. जो आदमी जितना कामी, क्रोधी व लोभी होगा वो उतना ही अशांत होगा. अति कोई भी चीज की अच्छी नहीं है. काम परिमाण में अच्छा है काम के बिना संसार नहीं चलेगा. उसी तरह आवश्यकतानुसार क्रोध व लोभ भी जरूरी है, लेकिन जहां यह बढ़ा अशांति हो जायेगी.
कोई काम करो तो हंस कर किया करो. जो रोते हैं वो कभी सफल नहीं होते. कथा को विराम देते हुए पं. लाटा ने लोगों का आह्वान किया कि कथा श्रवण के साथ उसका मनन जरूरी है तभी हमारा कल्याण होगा. कथा समापन से पूर्व घनश्याम दास गुप्ता ने श्रीराम सेवा समिति ट्रस्ट (हावड़ा) के संचालित व भावी सेवा प्रकल्पों का विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि श्री राम सेवा समिति ट्रस्ट हावड़ा में 5000 बालिकाओं के लिए एक आदर्श स्कूल का नव निर्माण करेगा, जिसके लिए लगभग 35 कट्ठा उपयुक्त जमीन खोजी जा रही है. इसके अलावा हावड़ा व हुगली के विभिन्न विद्याालयों में 57 नये कमरों का निर्माण, 20 विद्यालयों में शौचालयों का नव-निर्माण, 10 विद्यालयों का जीर्णोद्धार व विभिन्न विद्यालयों में 1000 बैंचों के वितरण की योजना है. इसके साथ ही शिवपुर श्मशान घाट का जीर्णोद्धार व विस्तार भी किया जायेगा, जिसके लिए हावड़ा नगर निगम ने अनुमति प्रदान कर दी है.
श्री गुप्ता ने कहा कि 81 ट्रस्टियों वाले इस ट्रस्ट ने हावड़ा-हुगली के शिक्षालयों के जीर्णोद्धार से लेकर उनमें शिक्षार्जन के लिए सभी सुविधाएं मुहैया करवाने का जो संकल्प लिया था, उसके अंतर्गत अब तक सैकड़ों स्कूलों का कायाकल्प हो चुका है और हजारों विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल रहा है.
ट्रस्ट ने हावड़ा के मित्र संघ अस्पताल का जीर्णोद्धार, बांधाघाट श्मशान घाट का जीर्णोद्धार, नया मंदिर के कथा स्थल का विस्तार, छोटे बच्चों की हाॅर्ट सर्जरी जैसे अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये हैं. संचालन रोशनलाल अग्रवाल व धन्यवाद ज्ञापन राजकुमार मित्तल ने किया.
आयोजन की सफलता में रतनलाल गोयल सहित ट्रस्ट के सभी ट्रस्टियों, सहयोगियों व शुभचिंतकों का सक्रिय सहयोग रहा. रामायण की आरती व प्रसाद वितरण के साथ यह नौ दिवसीय आयोजन सम्पन्न हो गया.

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