इसके पहले श्री चक्रवर्ती के नेतृत्व में वाम मोरचा विधायकों का प्रतिनिधिमंडल विधानसभा अध्यक्ष श्री बनर्जी से मुलाकात की. उनसे विपक्षी विधायकों के मामले में हो रहे पक्षपात व उनके अधिकारों के हनन की ओर से विधानसभा अध्यक्ष का ध्यान आकर्षित किया.
उन लोगों को बोलने का अवसर नहीं दिया जा रहा है. उन लोगों के समय को काट लिया जा रहा है. इस कारण ही उन लोगों ने संयुक्त रूप से विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया है. सोमवार से सभी विधायकों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है. माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि निर्वाचित विधायकों को उनके अधिकार नहीं दिये जा रहे हैं. निर्वाचित विधायकों की तुलना में पार्टी नेताओं को प्रशासनिक बैठक में बुलाया जाता है. पार्टी के अनुसार ही क्लब को भत्ता दिया जाता है. यह वास्तव में विधायकों व विधानसभा अध्यक्ष के प्रति अमर्यादा दर्शाता है. इसके खिलाफ वे लोग लोग विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायेंगे.