विश्वविद्यालय विधेयक पर विवाद गहराया

नौ फरवरी को विधानसभा में पेश होगा विधेयक कॉलेजों व विवि में लागू होगी बॉयोमेट्रिक व्यवस्था शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों की तुलना ‘गाय’ से की थी कोलकाता. विधानसभा में नौ फरवरी को द वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटीज एंड कॉलेजेज (एडमिनिसट्रेशन एंड रेग्युलेशन) बिल पेश होने के पहले विवाद गहराया गया है. शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2017 8:51 AM
नौ फरवरी को विधानसभा में पेश होगा विधेयक
कॉलेजों व विवि में लागू होगी बॉयोमेट्रिक व्यवस्था
शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों की तुलना ‘गाय’ से की थी
कोलकाता. विधानसभा में नौ फरवरी को द वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटीज एंड कॉलेजेज (एडमिनिसट्रेशन एंड रेग्युलेशन) बिल पेश होने के पहले विवाद गहराया गया है. शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने शिक्षकों की तुलना ‘गाय’ से की, ताकि इस विधेयक के माध्यम से उन्हें ‘बाड़े’ के अंदर रखा जा सके.
उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय विधेयक पेश करने की घोषणा की थी तथा विधेयक की प्रति भी विधायकों को वितरित कर दी गयी थी. इस विधेयक के तहत कॉलेज के प्राध्यापकों के लिए बॉयोमेट्रिक एटेंडेंस बाध्यतामूलक कर दिया गया है. इसके साथ ही और कई नये फरमान शामिल किये गये थे, लेकिन विभिन्न वर्गों व कुछ कॉलेज शिक्षकों के विरोध के बाद अंतिम समय में विधेयक विधानसभा में पेश नहीं किया जा सका. ऐसा माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद विधेयक पेश नहीं किया गया था. ऐसा माना जा रहा है कि शिक्षा विभाग की ओर से कई संशोधनों के साथ यह विधेयक पेश किया जायेगा.
कई शिक्षक संगठनों, जैसे वेस्ट बंगाल कॉलेज एंड टीचर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूबीसीयूटीए) ने इस विधेयक के खिलाफ सड़क पर उतर कर आंदोलन करने की घोषणा की है. एक वरिष्ठ शिक्षक का कहना है कि शिक्षा मंत्री एक शिक्षक की तुलना एक गाय के साथ कैसे कर सकते हैं. उन्हें शिक्षकों के सम्मान का ध्यान रखना चाहिए.

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