पश्चिम बंगाल : संपत्ति नुकसान विधेयक पर विधानसभा में हंगामा, नेता विपक्ष अस्पताल में भरती
विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान निलंबित, अस्पताल में भरती बजट सहित दो दिनों तक विधानसभा का बहिष्कार करेगा विपक्ष अजय विद्यार्थी कोलकाता: संपत्ति नुकसान मुआवजा संशोधन विधेयक को लेकर विधानसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस विधायक दल के नेता अब्दुल मन्नान निलंबित कर दिये गये. सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई में वह घायल हो […]
विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान निलंबित, अस्पताल में भरती
बजट सहित दो दिनों तक विधानसभा का बहिष्कार करेगा विपक्ष
अजय विद्यार्थी
कोलकाता: संपत्ति नुकसान मुआवजा संशोधन विधेयक को लेकर विधानसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस विधायक दल के नेता अब्दुल मन्नान निलंबित कर दिये गये. सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई में वह घायल हो गये. उन्हें एक निजी अस्पपताल के आइसीयू में भरती कराया गया है. कांग्रेस व वाममोरचा विधायकों की हाथापाई में 11 सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गये हैं. इसके खिलाफ कांग्रेस व वाममोरचा विधायकों ने गुरुवार-शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करने का घोषणा की. विपक्षी दल 10 फरवरी को राज्य बजट का भी बहिष्कार करेगा, जबकि राज्य सरकार ने साफ कर दिया कि निजी व सरकारी संपत्ति का नुकसान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी तथा सामूहिक मुआवजा देना होगा.
बुधवार को विधानसभा के भोजनावकाश के बाद शुरू हुए सत्र के दौरान संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने द वेस्ट बंगाल मेंटनेंस ऑफ पब्लिक ऑर्डर (एमेंडमेंट) बिल, 2017 को विधानसभा में पेश किया. इस संशोधन विधेयक के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस द्वारा विधानसभा में तोड़फोड़ किये जाने के पोस्टर को कांग्रेस व वाममोरचा के विधायक पहन कर विधानसभा में पहुंचे थे. विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विपक्षी दलों से पोस्टर हटाने का निर्देश दिया तथा श्री मन्नान के विधेयक में संशोधन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इसे लेकर कांग्रेस के सदस्यों ने शोरगुल मचाना शुरू कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विधायकों से पोस्टर हटाने की अपील की, लेकिन श्री मन्नान ने अध्यक्ष के निर्देश को मानने से इनकार कर दिया. इससे क्षुब्ध विधानसभा अध्यक्ष नियम 347/348 के तहत श्री मन्नान को विधानसभा से निलंबित कर दिया और मार्शल व सुरक्षाकर्मियों को श्री मन्नान को विधानसभा परिसर से बाहर निकालने का निर्देश दिया, लेकिन कांग्रेस व वाममोरचा के विधायक श्री मन्नान को कक्ष से बाहर ले जाने का विरोध करना शुरू कर दिया और नारेबाजी करनी शुरू कर दी. इसे लेकर सुरक्षाकर्मियों और कांग्रेस व वाममोरचा विधायकों के बीच लगभग आधे घंटे तक हाथापाई व खींचतान हुई.
कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती राजदंड को लेकर भागने की कोशिश की. वहीं कांग्रेस की विधायक प्रतीमा रजक व वाममोरचा की विधायक जहांआरा को सुरक्षाकर्मियों ने जबरन कक्ष से बाहर निकाल दिया. इस खींचतान में श्री मन्नान अस्वस्थ हो गये. उन्हें स्ट्रेचर पर विधानसभा से बाहर निकाला गया और लेलिन सरनी स्थित निजी अस्पताल के आइसीयू में भरती कराया गया है. उनकी चिकित्सा चल रही है. दूसरी ओर, इसके खिलाफ कांग्रेस व वाममोरचा के विधायकों ने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. विधानसभा परिसर में जमकर हंगामा किया.
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विधानसभा की कार्यवाही का यह काला दिन है. सरकार की तानाशाही रवैये के खिलाफ बजट सहित दो दिनों तक विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया जायेगा.
सुजन चक्रवर्ती, माकपा विधायक दल नेता
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सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ कांग्रेस का विरोध जारी रहेगा. हम लोगों ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है.
नेपाल महतो, उपनेता, कांग्रेस विधायक दल.