पश्चिम बंगाल : कल की घटना के विरोध में कांग्रेस-वाम मोर्चा ने विधानसभा में किया प्रदर्शन
– कार्यवाही का किया बहिष्कार, दिन भर चली नारेबाजी – विधेयक की प्रति को विपक्षी विधायकों ने जलाया– विधानसभा के गेट पर कांग्रेस समर्थकों ने किया प्रदर्शनअजय विद्यार्थी कोलकाता: विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान के साथ विधानसभा में हाथापाई के दौरान अस्वस्थ होने व संपत्ति जुर्माना विधेयक को वापस लेने के खिलाफ वाममोरचा […]
– कार्यवाही का किया बहिष्कार, दिन भर चली नारेबाजी
– विधेयक की प्रति को विपक्षी विधायकों ने जलाया
– विधानसभा के गेट पर कांग्रेस समर्थकों ने किया प्रदर्शन
अजय विद्यार्थी
कोलकाता: विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान के साथ विधानसभा में हाथापाई के दौरान अस्वस्थ होने व संपत्ति जुर्माना विधेयक को वापस लेने के खिलाफ वाममोरचा व कांग्रेस के विधायकों ने गुरुवार को दिन भर विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. उधर, कांग्रेस व वाममोर्चा विधायकों की अनुपस्थिति में विधानसभा की कार्यवाही चलती रही.
कांग्रेस व वाममोर्चा के विधायकों ने विधानसभा की लॉबी में कार्यवाही का बहिष्कार कर नारेबाजी की. ‘काला कानून वापस लो’ ‘कालो बिल के जालिये दाउ, पुड़िये दाउ’ ‘तानाशाही नहीं चलेगी’, जैसी नारेबाजी की. गले में पोस्टर लगा कर विरोध-प्रदर्शन किया. संपत्ति जुर्माना विधेयक की प्रति जलायी और उन्हें फाड़ कर हवा में उछाला.
दूसरी ओर, मन्नान को विधानसभा से निलंबित किये जाने व उनके साथ हाथापाई के खिलाफ कांग्रेस समर्थकों ने विधानसभा के उत्तर गेट के सामने प्रदर्शन किया. कांग्रेस समर्थक बार-बार विधानसभा के उत्तर गेट के सामने पहुंचे और प्रदर्शन किया. शहरी विकास मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम की गाड़ी के सामने भी प्रदर्शन किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया.
माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि विधानसभा में विरोधी दल के नेता के साथ इस तरह का व्यवहार अकल्पनीय है. इससे साफ होता है कि विपक्षी दलों के प्रति राज्य सरकार का रवैया क्या है. उन्होंने कहा कि मुआवजा लगाने के नाम पर विरोधी दलों का गला घोंटनेवाले विधेयक को वे लोग स्वीकार नहीं करेंगे. इसके खिलाफ आंदोलन चलता रहेगा.
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक असित मित्रा ने कहा कि सरकार के इस रवैये के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा. अब्दुल मन्नान के साथ जिस तरह से धक्कामुक्की की गयी है. उसके खिलाफ सभी एकजुट होकर अांदोलन करेंगे. सत्तारूढ़ दल की तानाशाही नहीं चलेेगी.