वैट में छूट का फैसला सराहनीय

कोलकाता. विधानसभा में राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा द्वारा पेश किये गये बजट पर शहर के कुछ उद्योगपतियों ने अलग-अलग राय व्यक्त की है. कई उद्योगपतियों ने राज्य सरकार के बजट की सराहना की है. छोटे व्यवसायियों को 20 लाख रुपये (सालाना) के टर्नओवर में वैट की छूट का स्वागत किया है. पहले इसकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2017 8:16 AM
कोलकाता. विधानसभा में राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा द्वारा पेश किये गये बजट पर शहर के कुछ उद्योगपतियों ने अलग-अलग राय व्यक्त की है. कई उद्योगपतियों ने राज्य सरकार के बजट की सराहना की है. छोटे व्यवसायियों को 20 लाख रुपये (सालाना) के टर्नओवर में वैट की छूट का स्वागत किया है. पहले इसकी सीमा 10 लाख रुपये थी.

वहीं कुछ ने इसको बेकार फैसला बताया है. कुछ लोगों का कहना है कि महिलाओं का हेयरबैंड सस्ता करने व सोलर वॉटर हीटर से कर हटाने से भी महिलाओं को राहत मिलेगी. कुछ युवा उद्यमियों का कहना है कि नोटबंदी के कारण नाैकरी गंवा चुके लोगों को राज्य सरकार ने अनुदान देने की घोषणा कर एक साहसिक कदम उठाया है.

रतन अग्रवाल, ज्वेलरी व्यवसायी : छोटे कारोबारियों के लिए सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि उनको अब 20 लाख रुपये के सालाना टर्नओवर पर वैट नहीं देना पड़ेगा. यह बहुत अच्छा फैसला है. पहले यह छूट 10 लाख रुपये तक थी. नोटबंदी के कारण जिनका रोजगार छिना है, सरकार ने उनको वनटाइम अनुदान देने की बात कही है, यह एक बड़ा कदम है.
सुनील चाैधरी, उद्योगपति : बजट में छोटे व्यापारियों के लिए वैट में 20 लाख रुपये तक के कारोबार पर जो छूट की घोषणा की गयी है, उससे क्या लाभ होनेवाला है. जीएसटी की घोषणा के बाद इसका कोई फायदा लोगों को नहीं मिलेगा. नोटबंदी से बेरोजगार युवाओं को वन टाइम अनुदान देने की घोषणा की गयी है, लेकिन जब इसका फायदा जरूरतमंदों को मिले, तभी इसकी सार्थकता है.
रितु शशि भार्गव, उद्योगपति : राज्य के बजट में ऐसा कुछ खास नजर नहीं आ रहा है. छोटे व्यापारियों के लिए राहत की बात यह है कि 20 लाख के टर्नओवर पर उनको वैट नहीं देना पड़ेगा. यह घोषणा सही है, लेकिन व्यापारियों को इसका समय पर लाभ मिलना चाहिए.
चेतना करनानी, उद्योगपति : राज्य बजट में की गयीं कुछ घोषणाओं का कोई मतलब नहीं है. वैट में कोई भी बदलाव लाने से अभी लाभ होनेवाला नहीं है, क्योंकि जब तक उसका फायदा लोगों को मिलेगा, तब तक जीएसयी आ ही जायेगा. चालू वित्त वर्ष में ही अगर छोटो कारोबारियों को 20 लाख के टर्नओवर में वैट का लाभ मिले, तो इस घोषणा की सार्थकता है, वरना यह बेकार है. हेयर बैंड सस्ता करने से कुछ ज्यादा फायदा महिलाओं को मिलनेवाला नहीं है.

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