बयान पर आपत्ति नहीं : अमर्त्य सेन

उन्हें जो महसूस हुआ, वह कहा. यदि उन्हें ऐसा महसूस होता है तो उन्हें ऐसा करने का हक है. पार्थ, अधीर व सूर्यकांत ने की दिलीप घोष से बयान वापस लेने की मांग कोलकाता : नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने रविवार को कहा कि बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष द्वारा की गयी उनकी आलोचना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2017 9:01 AM
उन्हें जो महसूस हुआ, वह कहा. यदि उन्हें ऐसा महसूस होता है तो उन्हें ऐसा करने का हक है.
पार्थ, अधीर व सूर्यकांत ने की दिलीप घोष से बयान वापस लेने की मांग
कोलकाता : नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने रविवार को कहा कि बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष द्वारा की गयी उनकी आलोचना पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. श्री घोष ने पश्चिम बंगाल और भारत के प्रति श्री सेन के योगदान पर सवाल उठाये थे. श्री घोष की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए श्री सेन ने कहा : मुझे कोई आपत्ति नहीं है. उन्हें जो महसूस हुआ, उन्होंने वह कहा. यदि उन्हें ऐसा महसूस होता है तो उन्हें ऐसा करने का हक है.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कल कहा था : हमारे बीच के एक बंगाली ने नोबेल पुरस्कार जीता है और हमें गर्व है, लेकिन उन्होंने राज्य के लिए क्या किया ? उन्होंने देश को क्या दिया ? बंगाल में कोई भी उन्हें नहीं समझता. अक्सर अपनी टिप्पणियों से विवाद पैदा करने वाले श्री घोष की टिप्पणी पर चौतरफा आलोचना हुई.
पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने घोष पर निशाना साधते हुए कहा : जब किसी व्यक्ति का दुनिया भर में आदर होता है और उन्हें सम्मानित किया जाता है तो दिलीप घोष उन पर सवाल उठाने वाले कौन होते हैं ? दरअसल, यह भाजपा और आरएसएस की संस्कृति है.
वे दीनदयाल उपाध्याय, वीर सावरकर और महात्मा गांधी की हत्या करने वाले शख्स से आगे की नहीं सोच सकते. वे नहीं मानते कि इन लोगों के अलावा भी किसी और ने देश के लिए कुछ किया है. इसलिए इन दिनों हम देख रहे हैं कि नरेंद्र मोदी घटिया तरीके से मनमोहन सिंह का अपमान कर रहे हैं. राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि श्री घोष बंगाल के लिए लज्जा हैं.
अमर्त्य सेन ने केवल बंगाल ही नहीं बल्कि पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है. उनके लिए इस तरह की टिप्पणी करना बंगाल के लोगों का अपमान है. श्री घोष को तत्काल ही अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि भाजपा किसी का भी सम्मान करना नहीं जानती है. श्री सेन बंगाल और पूरे देश का गर्व हैं. एक पाड़ा का मस्तान श्री सेन के बारे में क्या बोलता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. श्री घोष के बयान के खिलाफ छात्र परिषद सोमवार को हाजरा में प्रदर्शन करेगी और उनका पुतला फूंकेगी.

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