कोलकाता: नोटबंदी के फैसले ने समाज के हर वर्ग को प्रभावित किया है. इनमें पश्चिम बंगाल के गहना कारीगर भी शामिल हैं, जो देश के विभिन्न राज्यों में अपनी कला का प्रदर्शन कर अपना परिवार चलाते हैं. बंगाल के गहना कारीगरों की देश भर में मांग रही है, लेकिन नोटबंदी ने इनकी रोजी-रोटी छीन ली.
विभिन्न राज्यों में काम कर रहे हजारों कारीगरों से उनका रोजगार छीन चुका है आैर वे अपने-अपने घर लौट आये हैं. इन गहना कारीगरों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक ज्वेली पार्क तैयार करने का फैसला किया है, जहां उन कारीगरों के लिए वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था की जायेगी, जिन पर नोटबंदी ने जबरदस्त प्रभाव डालते हुए उन्हें बेरोजागर बना डाला है.
मुख्यमंत्री के सोच को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल आैद्योगिक विकास निगम (डब्ल्यूबीआइडीसी) ने एक ज्वेलरी पार्क तैयार करने की योजना बनायी है, जिसके लिए आठ एकड़ जमीन भी चिन्हित कर ली गयी है. आठ एकड़ जमीन का यह प्लॉट बेलघरिया एक्सप्रेसवे के बगल में है. मुख्यमंत्री ने डब्ल्यूबीआइडीसी अधिकारियों को जल्द से जल्द इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.
ज्वेलरी पार्क के लिए प्रस्तावित जगह कोलकाता, हावड़ा, खड़गपुर व दुर्गापुर सड़क से जुड़ी हुई है आैर यह सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट से केवल 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. प्रस्तावित स्थान से एयरपोर्ट 22 किलोमीटर की दूरी पर है. कार्यान्वयन एजेंसी द्वारा योजना को अंतिम रूप देने के बाद इसे मंत्रिमंडल के समक्ष पेश किया जायेगा. मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जायेगा. दो वर्षों के अंदर निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है.