नारेबाजी और न्याय की मांग की, जबकि भोजनावकाश के बाद कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा का बहिष्कार जारी रखा, लेकिन वाममोरचा के विधायकों ने बजट पर हुई बहस में हिस्सा लिया. सुबह विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने का साथ ही कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक मनोज चक्रवर्ती ने श्री मन्नान के निलंबन और महिलाओं विधायकों के साथ दुर्व्यावहार का मुद्दा उठाया.
कांग्रेस के विधायक अपने हाथों में प्ले कार्ड लिये हुए थे तथा नारेबाजी कर रहे थे. बाद में वाम मोरचा के विधायक भी सदन में पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी. पूरे प्रश्नोत्तर काल, उल्लेखकाल व शून्य काल में विपक्षी विधायकों की नारेबाजी चलती रही. इस बीच विधानसभा की कार्यवाही भी चलती रही और मंत्रियों ने कई विधायकों के प्रश्नों का जवाब दिया, हालांकि शोरगुल के बीच मंत्रियों के जवाब को सुनने में काफी परेशान हो रही थी.