पूछताछ: विधानसभा में तोड़फोड़ का मामला, कांग्रेस-वामो विधायक तलब

कोलकाता. विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान के निलंबन के बाद विधानसभा में हुई क्षति को लेकर विधानसभा सचिव ने कांग्रेस के विधायकों नेपाल महतो, अपूर्व सरकार, दुलार बर व वाम मोरचा के विधायक खेगेन मुर्मू को तलब किया तथा उस दिन की घटना की जानकारी हासिल की. उल्लेखनीय है कि विधानसभा अध्यक्ष ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2017 8:36 AM
कोलकाता. विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान के निलंबन के बाद विधानसभा में हुई क्षति को लेकर विधानसभा सचिव ने कांग्रेस के विधायकों नेपाल महतो, अपूर्व सरकार, दुलार बर व वाम मोरचा के विधायक खेगेन मुर्मू को तलब किया तथा उस दिन की घटना की जानकारी हासिल की. उल्लेखनीय है कि विधानसभा अध्यक्ष ने घोषणा की थी कि उस दिन विधानसभा में 12.43 लाख रुपये की क्षति हुई थी. वाम मोरचा के विधायक खगेन मुर्मू ने कहा कि जिस समय घटना घटी थी, वह उस समय विधानसभा में नहीं थे. उस समय वह हावड़ा स्टेशन से ट्रेन पकड़ कर मालदा जा रहे थे.

वहीं, दुलाल कर ने भी कहा कि वह उस समय विधानसभा में नहीं थे. कांग्रेस विधायक दल के उपनेता नेपाल महतो ने कहा कि उन्होंने सचिव से पूछा कि उन लोगों को क्यों बुलाया गया है? क्या वे लोग आरोपी हैं? विधानसभा सचिव ने कहा कि उन लोगों ने केवल कुछ विधायकों को बुलाया है.

उनमें से वह एक हैं. श्री महतो ने कहा कि जब तक वे लोग विधानसभा में थे, उस समय तक माइक्रोफोन ठीक था. उन्होंने जानकारी दी कि विधानसभा अध्यक्ष ने अब्दुल मन्नान के निलंबन का आदेश दिया था, लेकिन विधायक प्रतीमा रजक को क्यों सुरक्षाकर्मी ने बाहर निकाला. विधायक अपूर्व सरकार ने कहा कि जब अब्दुल मन्नान अस्वस्थ हो गये थे, उस समय भी उन्होंने हरा बटन दबा कर अध्यक्ष का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की थी. उस समय माइक्रोफोन काम कर रहा था. उन्होंने अाशंका जतायी कि उन लोगों को फंसाने के लिए जानबूझ कर माइक को खराब किया गया, ताकि उन लोगों को फंसाया जा सके. उन्होंने विधायक प्रतीमा रजक को विधानसभा से बाहर निकालने का भी मुद्दा उठाते हुए सचिव का ध्यान आकर्षित किया.

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