कोलकाता. किराया वृद्धि सहित अन्य मांगों के समर्थन में एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी ने 27 फरवरी को टैक्सी चालकों व टैक्सी मालिकों से टैक्सी बंद कर धरने में शामिल होने का आह्वान किया है हालांकि इस प्रदर्शन से माध्यमिक परीक्षार्थियों को सेवा देनेवाली टैक्सियों को अलग रखा गया है.
गुरुवार को एटक कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह 10 बजे एटक कार्यालय के पास से जुलूस शुरू होगा तथा 11 बजे से परिवहन भवन के समक्ष धरना दिया जायेगा. श्री श्रीवास्तव ने बताया कि यदि पुलिस ने उनके जुलूस को रोकने की कोशिश की, तो वे लोग कानून भंग कर गिरफ्तारी देगें.
जुलूस में शामिल होने के लिए सभी केंद्रीय श्रमिक संगठनों इंटक, एआइसीसीटीयू, बीएमएस, सीटू, बीएचएस, बस, मिनी बस व टैक्सी संगठनों को पत्र लिखा गया है. सीटू के नेता अनादि साहू से भी इस संबंध में बातचीत हुई है. प्रदेश इंटक के अध्यक्ष रमेन पांडेय, एआइसीसीटीयू के समर्थक व एआइयूटीसी भी जुलूस में शामिल होगा. उन्होंने कहा कि लगभग एक माह पहले उन्होंने परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी को किराया वृद्धि, वेटिंग शुल्क वृद्धि, टैक्सी चालकों पर पुलिस के अत्याचार आदि मांगों पर चर्चा के लिए पत्र लिखा था, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि परिवहन मंत्री की ओर से कोई जवाब नहीं आया. ऐसी स्थिति में उन लोगों के पास आंदोलन के सिवा कोई विकल्प नहीं है. पिछले चार सालों में लग्जरी बसों के किराये बढ़े हैं, लेकिन टैक्सी व बसों के किराये नहीं बढ़ाये गये. इससे यह उद्योग संकट में है.
उन्होंने कहा कि यदि उन लोगों की मांगें नहीं मानी गयीं तो वे राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को ज्ञापन देकर हस्तक्षेप की मांग करेंगे और टैक्सी हड़ताल भी बुलायी जा सकती है. उन्होंने हाल में बंगाल टैक्सी एसोसिएशन द्वारा परिवहन भवन के समक्ष सब्जी बेचकर विरोध प्रदर्शन करने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वे लोग नाटक की राजनीति नहीं करते हैं, वरन टैक्सी चालकों व मालिकों के हित में आंदोलन करते हैं. इस अवसर पर एकराम खान, मोहम्मद मुश्ताक, प्रदीप पाठक, शंकर यादव, मोहम्मद अख्तर, अरूप मंडल व अमित लाल सहित अन्य उपस्थित थे.