Advertisement
शिशु तस्करी मामला : सच्चाई जानने जलपाईगुड़ी जायेगा एनसीपीसीआर दल
सात मार्च को आयोग का चार सदस्यीय दल करेगा जलपाईगुड़ी का दौरा शिशु तस्करी का मामला काफी गंभीर : आयोग मामले पर राजनीति होने को बताया दुखद नयी दिल्ली/कोलकाता : उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी में बच्चों की तस्करी मामले में भाजपा की एक महिला नेता की गिरफ्तारी के बाद खड़े हुए राजनीतिक विवाद की पृष्ठभूमि […]
सात मार्च को आयोग का चार सदस्यीय दल करेगा जलपाईगुड़ी का दौरा
शिशु तस्करी का मामला काफी गंभीर : आयोग
मामले पर राजनीति होने को बताया दुखद
नयी दिल्ली/कोलकाता : उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी में बच्चों की तस्करी मामले में भाजपा की एक महिला नेता की गिरफ्तारी के बाद खड़े हुए राजनीतिक विवाद की पृष्ठभूमि में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) का एक दल सच्चाई की छानबीन करने के लिए मंगलवार को जलपाईगुडी जायेगा, जहां वह मामले की जांच कर रहे सीआइडी अधिकारियों तथा प्रशासन के दूसरे वरिष्ठ लोगों से मुलाकात भी करेगा.
एनसीपीसीआर के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने बताया कि आयोग का चार सदस्यीय दल सात मार्च को जलपाईगुड़ी जायेगा.हालांकि उन्होंने इसके राजनीतिक पहलू पर टिप्पणी करने से इनकार किया. वह खुद इस चार सदस्यीय दल में शामिल हैं. श्री कानूनगो ने कहा : बाल तस्करी का मामला गंभीर है. पश्चिम बंगाल से लंबे समय से इस तरह के मामले में सामने आते रहे हैं. हम मौके पर जा रहे हैं और प्रशासन के लोगों से बातचीत करेंगे. बच्चों की तस्करी का यह मामला उस वक्त सुर्खियों में आया जब पश्चिम बंगाल भाजपा की महिला नेता जूही चौधरी की गिरफ्तारी हुई.
दावा यह भी किया गया कि पूछताछ में जूही ने भाजपा के कुछ राष्ट्रीय नेताओं के नाम भी लिये हैं. मामले की जांच बंगाल सीआइडी कर रही है.
एनसीपीसीआर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा : पश्चिम बंगाल से बाल तस्करी के कई मामले पहले भी सामने आये हैं, लेकिन यह मामला राजनीतिक रंग ले चुका है. बच्चों की तस्करी जैसे मामले पर राजनीति होना दुखद है. आयोग के दल के दौरे का मकसद सच्चाई की छानबीन करना है. इसको लेकर हम प्रशासन के साथ बातचीत करेंगे. आयोग का दल सीआइडी के अधिकारियों से मुलाकात कर इस मामले का ब्योरा लेगा. प्रशासन के दूसरे वरिष्ठ लोगों से भी आयोग के दल में शामिल सदस्य मुलाकात करेंगे. आयोग किसी राजनीति में नहीं पड़ना चाहता. आयोग का सिर्फ यह कहना है कि अपराधी किसी भी पार्टी का हो, वह अपराधी कहा जायेगा. इतना जरूर है कि ऐसे मामलों में निष्पक्ष जांच की जरूरत है. बाल अधिकारों के मामलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement