बच्चा चोरी का मामला : दो अस्पतालों में ‘आया सिस्टम’ खत्म

कोलकाता और मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन ने उठाया कदम शिशु चोरी की घटना के खिलाफ कोलकाता में भाजपा का प्रदर्शन कोलकाता : शिशु चोरी की घटना के बाद कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल और मालदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ‘आया व्यवस्था’ खत्म करने का फैसला लिया गया है. दोनों अस्पतालों में मरीजों की देखभाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2017 9:01 AM
कोलकाता और मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन ने उठाया कदम
शिशु चोरी की घटना के खिलाफ कोलकाता में भाजपा का प्रदर्शन
कोलकाता : शिशु चोरी की घटना के बाद कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल और मालदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ‘आया व्यवस्था’ खत्म करने का फैसला लिया गया है. दोनों अस्पतालों में मरीजों की देखभाल के लिए निजी आया रखने की इजाजत नहीं होगी. रोगी के सिर्फ करीबी रिश्तेदार को ही अस्पताल में ठहरने की अनुमति रहेगी. लेकिन इसके िलए पहचान पत्र जारी किये जायेंगे.
गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में निजी तौर पर रोगी की देखभाल के लिए ‘आया’ रखने की परिपाटी चली आ रही है. सरकार इन ‘आया’ को किसी राशि का भुगतान नहीं करती है. लेकिन अब निजी तौर पर भी ‘आया’ नहीं रखी जा सकेंगी. कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल से मंगलवार को नवजात शिशु की चोरी की घटना के बाद यह कदम उठाया गया है. शिशु को मंगलवार को ही बागमारी में एक दंपती के घर से बरामद कर लिया गया. हालांकि दंपती अब भी इस बच्चे अपना बता रहा है.
आरोपी दंपती को बुधवार को बैंकशॉल कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने बच्चे के असली माता-पिता का पता लगाने के िलए मेडिको लीगल टेस्ट का निर्देश दिया है. दंपती को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
बुधवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन और रोगी कल्याण समिति के बीच बैठक हुई. बैठक के बाद चिकित्सक संगठन सेल के अध्यक्ष व विधायक निर्मल माझी ने बताया कि घर का आदमी बता कर अब यहां आया को नहीं रखा जा सकेगा. सिर्फ यही नहीं, अब रोगी के साथ किसी बाहरी रिश्तेदार (स्पेशल एटेंडेंट) को भी अस्पताल में रहने की अनुमति नहीं दी जायेगी. सिर्फ उसी व्यक्ति को अस्पताल में रहने की अनुमति दी जायेगी, जिसके साथ रोगी का खून का रिश्ता हो. रोगी के सगे रिश्तेदारों में एक व्यक्ति को ही सचित्र प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा. इसके साथ ही रोगी के गले में भी सचित्र परिचय-पत्र रहेगा.
यह परिचय-पत्र उक्त विभाग के एचओडी द्वारा जारी किया जायेगा और इस परिचय-पत्र पर अस्पताल में बने पुलिस फाड़ी के अधिकारी का हस्ताक्षर भी अनिवार्य होगा. बैठक में तय किया गया है कि अस्पताल में प्रसूता व शिशु विभाग में सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी की जायेगी. यहां पर सीसीटीवी की संख्या भी बढ़ायी जा रही है. अस्पताल में लगभग 200 सीसीटीवी कैमरे हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश सीसीटीवी खराब हैं तो कई सीसीटीवी पर इतनी धूल जम गयी है कि कुछ दिखता नहीं. अस्पताल में जिस डलहौजी वार्ड से बच्चे को चुराया गया था, वहां भी सीसीटीवी लगा हुआ है, लेकिन वह काफी दिनों से खराब है. अस्पताल के सभी खराब सीसीटीवी को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है.
इस संबंध में अस्पताल की अधीक्षक डॉ शिखा बनर्जी ने बताया कि बरामद बच्चे का डीएनए टेस्ट कराया जायेगा, ताकि उसकी सच्चाई सामने आ सके. इसके लिए बच्चे की मां से अनुमति ली जायेगी.
आरोपी दंपती को पुलिस हिरासत, कोर्ट ने मेडिको लीगल टेस्ट का निर्देश दिया
कोलकाता. कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल से बच्चा चोरी का मामला पेचीदा हो गया है. मंगलवार को नवजात की चोरी और फिर एक दंपती के पास से शिशु बरामदगी का मामला अदालत पहुंच गया है. शिशु पर पीड़िता के साथ ही बच्चा चोरी की आरोपी महिला भी दावा जता रही है. अदालत ने मेडिको लीगल टेस्ट का निर्देश दिया है. बच्चा चोरी के आरोप में गिरफ्तार महिला चिन्मई बेज व उसके पति प्रशांत बेज को बऊबाजार थाने की पुलिस ने बुधवार को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया. आरोपी दंपती का पक्ष रखने के लिए कोई वकील तैयार नहीं हुआ. पुलिस की तरफ से सरकारी अधिवक्ता ने चिन्मई व प्रशांत बेज की मेडिकल जांच व डीएनए टेस्ट कराने का आग्रह किया. साथ ही 24 मार्च तक आरोपियों की पुलिस हिरासत की मांग की.
अदालत ने आरोपी दंपती को 24 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखने का निर्देश दिया. साथ ही कोर्ट ने दंपती का मेडिको लीगल टेस्ट कराने का निर्देश दिया. अदालत में पेशी के दौरान महिला व उसका पति अपने बयान पर अडिग रहे. प्रशांत बेज ने कहा कि बच्चा उसका है. पुलिस उसे फंसाने की कोशिश कर रही है. वहीं चिन्मई बेज ने कहा कि उनके ऊपर शिशु तस्करी के लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं. पुलिस उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है. समय पर हकीकत से परदा उठ जायेगा. फिलहाल बऊबाजार थाने की पुलिस बच्चा चोरी से संबंधित सवालों का जवाब गिरफ्तार दंपती से जानने की कोशिश कर रही है.
बच्चा चोरी की घटना पर सीएम गंभीर
तीन सदस्यीय कमेटी का गठन
सीसीटीवी की संख्या बढ़ायी जायेगी
कोलकाता : राज्य में शिशुओं की चोरी व उनकी तस्करी की घटनाआें को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बेहद गंभीर हैं. इस मुद्दे पर बुधवार को मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय नवान्न में एक उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी, एडीजी (कानून व्यवस्था), स्वास्थ्य सचिव एवं पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे. बैठक में शिशु चोरी व तस्करी की घटनाआें को रोकने पर विस्तृत विचार विमर्श के साथ कई अहम फैसले लिये गये. एक तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी गठित करने एवं अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने का निर्णय लिया गया. बैठक की समाप्ति के बाद डीजीपी सुरजीत कर पुरकायस्थ ने कहा कि शिशु चोरी व तस्करी की घटनाआें को रोकने के लिए बैठक में कई मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया. एक तीन सदस्यीय कमेटी के गठन का निर्णय लिया गया है,
जिसमें वह स्वयं, कोलकाता पुलिस कमिश्नर एवं स्वास्थ्य सचिव होंगे. कमेटी अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेगी. डीजीपी ने कहा कि सभी मामलों की गंभीरता से जांच की जायेगी. अस्पतालों में सीसीटीवी की संख्या बढ़ाई जायेगी. जहां-जहां सीसीटीवी नहीं है, उन स्थानों पर प्रमुखता से सीसीटीवी लगाया जायेगा. केवल शहरों में ही नहीं, बल्कि ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों में भी सीसीटीवी लगाया जायेगा.
अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा कर्मी तैनात किये जायेंगे, उनकी संख्या बढ़ायी जायेगी. अस्पतालों में काम करने वालों को अनिवार्य रुप से अपना परिचय पत्र गले में लटकाना होगा. श्री पुरकायस्थ ने कहा कि राज्य में शिशु तस्करी की कुछ घटनाएं हुई हैं. सीआइडी जांच चल रही है. किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा आैर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. डीजीपी ने कहा कि हाल के दिनों में देखा गया है कि इस प्रकार की घटनाआें के संबंध में तेजी से अफवाह फैलायी जाती है. हम लोग इसे गंभीरता से ले रहे है. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. पार्क सर्कस स्थित मां फ्लाईआेवर पर तेज रफ्तार ड्राइविंग से हो रहे हादसों के बारे में सीपी राजीव कुमार ने कहा कि हम लोग इस आेर गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं. मां फ्लाईआेवर पर गाड़ियों की गति को नियंत्रित किया जायेगा. इसके लिए वहां स्पीड गन व्यवहार किया जायेगा एवं अधिक संख्या में सीसीटीवी लगाये जायेंगे.
बच्चा चोरी मामले की जांच में कई विसंगतियां मिलीं
पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार ने कहा कि मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में शिशु चोरी की घटना की जांच चल रही है. शिशु का परिवार एवं चोरी के आरोप में गिरफ्तार महिला का घर पास-पास है. जांच में कई विसंगतियां पायी गयी हैं. हर पहलू की जांच की जा रही है. इस घटना में किसे एक लाख रुपये का इनाम दिया जायेगा, उस पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अस्पताल में तोड़फोड़ की घटना को हम लोग गंभीरता से ले रहे हैं, जिन्होंने भी ऐसा किया है, उनके खिलाफ हाल ही में बने नये कानून के अनुसार कार्रवाई की जायेगी.

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