राज्य के विश्वविद्यालयों की एनआइआरएफ में भागीदारी अनिवार्य

कोलकाता : राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए कॉलेज, यूनिवर्सिटी को नया फरमान दिया जा रहा है. राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा संस्थानों को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) में सहभागिता करने के लिए सलाह दी है. हाल ही में राज्य स्तर पर हुई रिव्यू बैठक में अधिकारियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2017 6:36 AM

कोलकाता : राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए कॉलेज, यूनिवर्सिटी को नया फरमान दिया जा रहा है. राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा संस्थानों को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) में सहभागिता करने के लिए सलाह दी है. हाल ही में राज्य स्तर पर हुई रिव्यू बैठक में अधिकारियों ने संस्थानों को एनआइआरएफ में इस साल भागीदारी करने का एक सर्कुलर जारी किया है. पूरे देश में यह एकमात्र ऐसी रैंकिंग प्रणाली है, जो उच्च शिक्षा के संस्थानों का मानदंड व स्तर तय करेगा.

बंगाल में शिक्षा की गुणवत्ता, इन्फ्रास्ट्रक्चर, कॉलेजों व विश्वविद्यालयों द्वारा किये गये विकास कार्यों के बारे में सबको जानकारी देने के लिए इस प्रणाली के तहत काम करने की बात कही गयी है. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि गत वर्ष एनआइआरएफ में प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी ने भाग लिया था. अब अन्य संस्थानों को बोला जा रहा है. सरकार ने यूजीसी का हवाला देते हुए कॉलेज व यूनिवर्सिटी को कैंपस में सीसीटीवी कैमरा व अलार्म बेल लगाने का सुझाव भी नये सिरे से दिया है. विभाग ने उच्च शिक्षा संस्थानों को आइक्यूएसी (इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल) स्थापित करने का निर्देश दिया है, ताकि संस्थानों में बेहतर परिवेश व नियमित कामकाज का वातावरण बना रहे.

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