बंगाल में स्वयंसेवकों पर हमले पर चिंता
कोयंबटूर/कोलकाता. पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और केरल में अपने कार्यकर्ताओं पर हमलों को लेकर आरएसएस ने आज चिंता जाहिर की. संघ ने कहा कि राज्य सरकारों को सभी के लिए न्याय, शांति एवं सौहार्द्र का माहौल सुनिश्चित करना चाहिए.आरएसएस ने पश्चिम बंगाल पर दावा किया कि वामपंथियों की निकासी के बाद राज्य […]
कोयंबटूर/कोलकाता. पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और केरल में अपने कार्यकर्ताओं पर हमलों को लेकर आरएसएस ने आज चिंता जाहिर की. संघ ने कहा कि राज्य सरकारों को सभी के लिए न्याय, शांति एवं सौहार्द्र का माहौल सुनिश्चित करना चाहिए.आरएसएस ने पश्चिम बंगाल पर दावा किया कि वामपंथियों की निकासी के बाद राज्य में सत्ता के बदलाव के बाद हिंदू समाज पर हमले बहुत गंभीर तरीके से बढ़ गये हैं. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का नाम लिए बगैर आरोप लगाया कि सत्ता में मौजूद लोगों द्वारा मुसलमानों का तुष्टिकरण किया जा रहा है. राज्य प्रशासन पर महज एक मूकदर्शक बने रहने का आरोप लगाया. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन सभी चीजों पर गंभीरता से गौर करने की जरूरत है.
संघ परिवार में मौजूद सूत्र का कहना है कि लोकतांत्रिक तरीकों से सत्ता में आने वाले लोगों के लिए यह आबद्ध कर्तव्य बन गया है कि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और उनमें भरोसे की भावना डाली जाये. रिपोर्ट में कहा गया है कि उम्मीद है कि इन दोनों राज्यों में सरकारें सभी के लिए न्याय सुनिश्चित करने और शांति एवं सौहार्द्र का माहौल बनाने के लिए कदम उठायेगी.
यहां अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पेश की गयी अपनी सालाना रिपोर्ट में आरएसएस ने कहा कि केरल विधानसभा चुनाव में वाम की जीत के बाद आरएसएस से प्रेरित संगठनों के खिलाफ हमलों में अचानक वृद्धि हुई है. बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग, युवा, सभी लोग इन नृशंस हमलों के शिकार बने हैं. रिपोर्ट की शुरुआत में आरोप लगाया गया है कि हिंसा का सहारा लेकर हिंदू समाज को आतंकित करने की कोशिश की जा रही है. इसमें कहा गया है कि राजनीतिक असहिष्णुता के जरिए और बल के इस्तेमाल से अन्य विचारों के समर्थकों के समक्ष चुनौतियां खड़ी की गयी हैं. कुछ घटनाओं ने निश्चित रूप से गंभीर चिंता पैदा की है.