मछली के बढ़ते दाम से सरकार चिंतित

कोलकाता. केंद्र सरकार द्वारा बीमा प्रीमियम में किये गये अत्यधिक बढ़ोतरी के खिलाफ देशव्यापी ट्रक हड़ताल जारी है. इस हड़ताल का असर अब राज्य पर भी पड़ने लगा है. ट्रक हड़ताल के कारण विभिन्न चीजों के दाम बढ़ने लगे हैं, सबसे अधिक प्रभाव मछली बाजार पर पड़ा है. हड़ताल का नाम लेकर व्यवसायियों द्वारा ग्राहकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2017 9:37 AM
कोलकाता. केंद्र सरकार द्वारा बीमा प्रीमियम में किये गये अत्यधिक बढ़ोतरी के खिलाफ देशव्यापी ट्रक हड़ताल जारी है. इस हड़ताल का असर अब राज्य पर भी पड़ने लगा है. ट्रक हड़ताल के कारण विभिन्न चीजों के दाम बढ़ने लगे हैं, सबसे अधिक प्रभाव मछली बाजार पर पड़ा है. हड़ताल का नाम लेकर व्यवसायियों द्वारा ग्राहकों से मछली की अधिक कीमत वसूलने की खबर भी सामने आ रही है. स्थिति को देखते हुए राज्य प्रशासन बड़ी तेजी से मैदान में उतर पड़ा है.

बंगालियों की रसोई में मछली के ऊपर आये संकट को रोकने के लिए राज्य मत्स्य विभाग ने बाजारों पर नजर रखना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही मत्स्य विभाग बाजार में आैर अधिक मात्रा में मछली पहुंचाने का भी प्रयास कर रहा है. मछली के दाम पर किस तरह नियंत्रण किया जाये, इस पर विचार विमर्श करने के लिए मत्स्य मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने अधिकारियों के साथ बैठक भी की है.

श्री सिन्हा ने बताया कि बाजार में मछली की किल्लत रोकने के लिए मत्स्य विभाग निगरानी आरंभ करेगा. मत्स्य विभाग के कर्मचारी बाजारों में जाकर मछली के दाम का भी पता लगायेंगे. कीमत में फर्क होने पर व्यवसायियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मछली की कीमत नियंत्रण में रखने के लिए मत्स्य विभाग नियमित रूप से बाजारों में अभियान चलायेगा. मछलियों की खरीद व बिक्री मूल्य के फर्क की जांच की जायेगी. जरूरत पड़ने पर मत्स्य विभाग अन्य राज्यों से लायी गयी मछली की रसीद देख कर कीमत भी निर्धारित करने पर विचार कर रहा है. इस पूरी प्रक्रिया का संचनलान राज्य मत्स्य उन्नयन निगम एवं राज्य मछली समन्वय संयुक्त रूप से करेगा. दोनों संस्थाआें के अधिकारी रोजाना महानगर के लगभग आठ बाजारों का निरीक्षण करेंगे.

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